Vinit Abha Upadhyay
Ranchi : रांची शहर अंचल के अंचल अधिकारी (CO) और कर्मचारी खुद को जिले के वरीय अधिकारियों से ऊपर समझते हैं. ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि पिछले दिनों डीसी के आदेश के बाद रांची AC (अपर समाहर्ता) और DCLR (उप समाहर्ता भूमि सुधार) ने शहर अंचल का निरिक्षण किया था और वहां के कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा था. लेकिन स्पष्टीकरण माने जाने के करीब एक सप्ताह बाद भी न तो CO की तरफ से कोई जवाब दिया गया और न ही अंचल के कर्मचारियों ने ही स्पष्टीकरण का जवाब देना मुनासिब समझा. करीब एक सप्ताह तक जवाब नहीं मिलने के बाद अब डीसी ने शहर अंचल के CO और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए 24 घंटे के अंदर दोबारा स्पष्टीकरण मांगा है. रांची AC ने पत्राचार कर शहर अंचल के CO और कर्मचारियों प्रदीप खलखो, जगदीश उरांव, पुना उरांव और फ्रांसिस कच्छप को 24 घंटे के अंदर यह बताने को कहा है कि उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई क्यों नहीं की जाये.
Lagatar.in की खबर पर डीसी ने लिया था संज्ञान
बता दें कि पिछले दिनों Lagatar.in ने आफताब के हाथों में शहर अंचल के जमीन के सरकारी रिकॉर्ड, अंचल कर्मियों की भूमिका पर गंभीर सवाल शीर्षक खबर प्रमुखता से प्रकाशित की थी. Lagatar.in की खबर पर संज्ञान लेते हुए रांची डीसी ने रांची के उप समाहर्ता भूमि सुधार (DCLR) से रिपोर्ट मांगी थी. DCLR ने अपनी रिपोर्ट में शहर अंचल में व्याप्त कुव्यवस्था का जिक्र करते हुए अपनी रिपोर्ट AC को सौंपी थी. साथ ही रांची AC और DCLR ने शहर अंचल का औचक निरिक्षण भी किया था. इस दौरान शहर अंचल के CO भी नदारद पाये गये थे. अपनी खबर में हमने यह भी सवाल उठाये थे कि अंचल कार्यालय में रखे जमीन के सरकारी दस्तावेज अगर किसी गैर सरकारी व्यक्ति के हाथ में आ जाये तो लैंड रिकॉर्ड कितने सुरक्षित हैं?