Ranchi : Lagatar और शुभम संदेश की खबर का असर एक बार फिर हुआ है. रिम्स के यूनिट इंचार्ज और नर्सिंग इंचार्ज को शोकॉज नोटिस जारी किया गया है. दरअसल हमने रिम्स पर संबंधित खबर छापा था. रिम्स में शनिवार को पीडियाट्रिक वार्ड में डेंगू पीड़ित एक बच्चे का मृत बच्चे के शव के साथ एक ही बेड में इलाज किया जा रहा था. शव के साथ बेड में पांच घंटे तक बच्चे का इलाज किया गया. रिम्स के नियमों के मुताबिक मृत घोषित किए जाने के आधे घंटे के अंदर ही शव को हटा देना चाहिए. ऐसा नहीं हुआ.
इसे भी पढ़ें–महाराष्ट्रः रेलवे का फुटओवर ब्रिज गिरा, कई गंभीर, मुआवजे की घोषणा
क्या है पूरा मामला
रिम्स के अनुसार 12 वर्षीय बच्चे की मौत 11 बजे शिशु वार्ड में इलाज के दौरान हो गई थी. पर नर्सिंग इंचार्ज ने 1:14 मिनट में शव को हटाने को कहा. इसमें बरती गई लापरवाही को लेकर रिम्स प्रबंधन ने यूनिट इंचार्ज और नर्सिंग इंचार्ज को शो कॉज किया है. वहीं जल्द ही जवाब देने को कहा गया है.
इसे भी पढ़ें–राहुल गांधी की पदयात्रा से देश मजबूत हो रहा है : भूषण बाड़ा
रिम्स के अधिकांश लिफ्ट खराब
रिम्स में लिफ्ट मेंटेनेंस मे लाखों खर्च के बाद भी अधिकतर लिफ्ट खराब रहता है. वर्तमान में भी रिम्स में दस से अधिक लिफ्ट खराब हैं. पुराने भवन में छह में सिर्फ दो लिफ्ट ही काम करता है. कार्डियोलॉजी विभाग में छह में सिर्फ दो लिफ्ट ही काम कर रहा है. सबसे अधिक परेशानी गंभीर मरीजों और गर्भवती महिलाओं को होती है. गर्भवती महिलाओं को भी रैंप और सीढ़ियों के सहारे जाना पड़ता है. वहीं कार्डियोलॉजी विभाग में भी मरीजों को पहले, दूसरे, तीसरे और चौथे तल्ले में जाने के लिए काफी लंबा इंतजार करना पड़ता है. इतना ही नहीं लिफ्ट भी कई बार अटक जाती है. पुरानी बिल्डिंग में अधिकतर समय लिफ्ट में काम तो चलता रहता है पर सिर्फ दो ही लिफ्ट चालू स्थिति में है.