Patna : हाल ही में जमानत पर बाहर आए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय जनता दल के चीफ लालू प्रसाद यादव की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती नजर आ रही हैं. शुक्रवार को सीबीआई लालू यादव के अलावा उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती के पटना, गोपालगंज और दिल्ली स्थित ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. इसी बीच लालू के यहां छापेमारी पर बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा कि ये मामला तब का है, जब लालू यादव रेल मंत्री थे. तब उन्होंने रेलवे में ग्रुप डी की नौकरी के बदले दर्जनों लोगों की जमीन लिखवा ली थी.
Lalu Yadav made people donate land for Group-D job @ANI pic.twitter.com/2FmuzXJ9u3
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) May 20, 2022
लालू के पास 141 भूखंड
सुशील मोदी ने कहा, इस मामले को लेकर शिवानंद तिवारी (वर्तमान में राजद नेता) और ललन सिंह ने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को ज्ञापन सौंपा था. लालू जमीन सीधे अपने नाम नहीं बल्कि किसी और के नाम लिखवाते थे. 5-6 साल बाद उसे खुद को गिफ्ट करवा लेते थे. अगर उस समय खुद अपने नाम जमीन लिखवाई होती, तो यह ठोस सबूत होता. आज लालू के पास 141 भूखंड हैं.
तोते और तोते के अब्बा,
जातिगत जनगणना तो होकर रहेगा।
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) May 20, 2022
आरजेडी समर्थकों का धरना-प्रदर्शन
उधर, पटना में आरजेडी के समर्थकों ने धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया है. वहीं, आरजेडी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से सीबीआई को ‘तोता’ कहकर तंज कसा गया है. लालू यादव के भाई प्रभुनाथ यादव ने कहा, ”यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक बीमार व्यक्ति को जानबूझकर इस तरह परेशान किया जा रहा है. यह सब जानते हैं कि इनके पीछे कौन है. छापेमारी के बीच आरजेडी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया गया, ”तोते हैं, तोतों का क्या.” माना जा रहा है कि पार्टी का यह तंज सीबीआई को लेकर है, जिसे यूपीए सरकार के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने पिंजड़े का तोता कहा था.
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