Ranchi: जमीन घोटाला मामले में आईएएस छवि रंजन से प्रवर्तन निदेशालय (ED) गुरुवार को पूछताछ करेगी. इसे लेकर ईडी ने छवि रंजन को नोटिस भेजा है. इसमें छवि रंजन को सुबह 11 बजे ईडी के रांची जोनल ऑफिस में उपस्थित होने को कहा गया है. इससे पहले ईडी ने छवि रंजन को एक मई को ईडी ऑफिस में उपस्थित होने को कहा था. हालांकि ईडी द्वारा बीते 28 अप्रैल को भेजे समन में छवि को चार मई को ईडी ऑफिस में उपस्थित होने को कहा गया था.
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आमने सामने हुई थी पूछताछ
ईडी ने बीते 24 अप्रैल को छवि रंजन से पूछताछ की थी. इस दौरान उनसे सबसे पहले उनसे सेना के कब्जेवाली जमीन की खरीद बिक्री में उनकी भूमिका से संबंधित सवाल किये गए थे. इसके बाद उनके खिलाफ बड़गाईं के अंचल अधिकारी मनोज कुमार द्वारा लगाये गये आरोपों के बारे में पूछा गया था. सीओ मनोज कुमार ने पूछताछ में ईडी को बताया था कि उसे प्रदीप बागची द्वारा अंचल कार्यालय में जमा किये गये दस्तावेज पर संदेह था. लेकिन छवि रंजन द्वारा भारी दबाव व दंडित करने की धमकी देने के बाद प्रदीप बागची के पक्ष में रिपोर्ट भेजी गयी. इसके बाद जमीन की रजिस्ट्री हुई. छवि रंजन ने इन आरोपों का खंडन किया और सेना की जमीन की खरीद-बिक्री के मामले में सीओ सहित वहां के कर्मचारियों को दोषी बताया. हालांकि वह दस्तावेज में जालसाजी कर सेना के कब्जेवाली जमीन की खरीद बिक्री के सिलसिले में गिरफ्तार किये गये अभियुक्तों से आमने-सामने पूछताछ के दौरान ईडी के सवालों में उलझ गये. कुछ सवालों के जवाब में टाल मटोल और कुछ में चुप्पी साध कर उन्होंने इस पूरे प्रकरण में अपनी संदेहास्पद भूमिका को यकीन में बदल दिया.
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गिरफ्तार आरोपियों ने कहा था- छवि रंजन के कहने पर किया फर्जीवाड़ा
जांच एजेंसी ने इस मामले में बड़गाईं अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद और प्रदीप बागची सहित सात आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इन पर जमीन के मूल दस्तावेज में छेड़छाड़ कर फर्जीवाड़ा करने, फर्जी दस्तावेज पर होल्डिंग नंबर लेन आदि आरोपों की पुष्टि हो चुकी है. छवि रंजन के सामने पूछताछ में इन्होंने कहा था कि छवि रंजन के कहने पर ही फर्जीवाड़ा किया है. ईडी ने सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ और चेशायर होम रोड की एक एकड़ जमीन की खरीद-बिक्री मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के तहत जांच में फर्जीवाड़ा पकड़ा है.