Ranchi: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने रांची जमीन घोटाला मामले में 161.64 करोड़ रुपये की संपति अटैच की है. ईडी ने यह कार्रवाई शुक्रवार को की है. इस दौरान रांची में चेशायर होम रोड, पुगरू और सिरमटोली में 161.64 करोड़ रुपये कीमत की तीन भूखंड को ईडी ने अटैच किया है.
फर्जी तरीके से इन भू-खंडों का किया गया म्यूटेशन
ईडी की ओर से बताया गया कि भू-राजस्व विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से भू-माफियाओं के पक्ष में फर्जी तरीके से इन तीनों भू-खंडों का म्यूटेशन किया गया है. ईडी ने आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत प्रदीप बागची, बिष्णु कुमार अग्रवाल, भानु प्रताप प्रसाद और अन्य के खिलाफ झारखंड पुलिस और पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा दर्ज कई एफआईआर के आधार पर तीनों भूमि घोटाले मामलों में जांच शुरू की थी. ईडी की जांच में पता चला है कि झारखंड में माफिया द्वारा अवैध तरीके से जमीन का मालिकाना हक बदलने का बड़ा गोरखधंधा चल रहा है. ये आपराधिक तत्व कोलकाता और रांची में विरासती रिकॉर्ड बनाने का काम करते थे.
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भूमि के स्वामित्व रिकॉर्ड भी फर्जी
ईडी की जांच में यह भी पता चला है कि बेईमान सरकारी अधिकारियों द्वारा भू-माफिया को लाभ पहुंचाने के लिए भूमि के स्वामित्व रिकॉर्ड भी फर्जी बनाए गए हैं. इसके बाद, जाली भूमि अभिलेखों के आधार पर ऐसे भूमि अन्य व्यक्तियों को बेच दिए जाते हैं. ईडी ने पहले इस मामले में 41 छापेमारी और पांच सर्वेक्षण किये थे. इस दौरान विभिन्न साक्ष्य जैसे कि भूमि राजस्व विभाग की जाली मुहरें, जाली भूमि दस्तावेज, उनके बीच अपराध की आय के वितरण के रिकॉर्ड, जालसाजी की तस्वीरें, सरकार को रिश्वत देने के सबूत को जब्त कर लिया था. इससे पहले, ईडी ने करोड़ों रुपये मूल्य के तीन भूमि को अस्थायी रूप से जब्त किया था.
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अब तक 14 आरोपी गिरफ्तार
जमीन घोटाले मामले में ईडी अब तक 14 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जिनमें प्रदीप बागची, अफसर अली, सद्दाम हुसैन, इम्तियाज अहमद, तल्हा खान, फैयाज खान, भानु प्रताप प्रसाद, छवि रंजन, आईएएस (पूर्व डीसी रांची), दिलीप कुमार घोष, अमित कुमार अग्रवाल, बिष्णु कुमार अग्रवाल, राजेश राय, भरत प्रसाद और प्रेम प्रकाश को गिरफ्तार कर लिया गया है, और फिलहाल वे न्यायिक हिरासत में हैं.