Latehar: अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद, लातेहार जिला अध्यक्ष विनयकांत व सासंद प्रतिनिधि राजन तिवारी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा है. प्रतिनिधिमंडल में आनंद सिंह, नागमणि, संजीव प्रजापति, बिरेंद्र प्रसाद व प्रमोद प्रसाद आदि शामिल थे. ज्ञापन में कहा गया कि उत्तर पूर्व भारत के मणिपुर राज्य में मूलत: मैताई समुदाय के लोग निवास करते हैं और यह समाज हिंदू है और मणिपुर का मूल निवासी है. मैताई समाज को राजनैतिक तुष्टीकरण के कारण एसटी का दर्जा नहीं दिया गया है. जो लोग विदेशी शक्तियों के प्रलोभन व दबाव में ईसाई धर्म स्वीकार किया और आज भी विदेशी राष्ट्र विरोधी शक्तियों के साथ खड़े हैं, ऐसे कुकीज समाज को एसटी का दर्जा प्राप्त हो गया है.
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हिंदू मैताई के घरों को जलाया जा रहा- अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद
मणिपुर का मूल निवासी मैताई समाज मणिपुर की कुल भूमि के 10 प्रतिशत भाग पर सीमित होकर रह गया है. शेष 90 प्रतिशत भूमि पर आदिवासी कुकीज समाज का कब्जा है. आज मणिपुर में कुकीज ईसाई समाज द्वारा मैताई हिंदू समाज के घरों को जलाया जा रहा है. उनकी संपत्ति व दुकानों को जलायी जा रही है. हथियारों से हमला कर हिंदुओं की हत्या की जा रही है. हजारों की संख्या में मैतइ समाज शरणार्थी के रूप में अपनी जान बचा कर टेंटो में रह रहे हैं. सरकार ने हिंसा नियंत्रित ना होते देख सेना व केंद्रीय सुरक्षा बलों को शांति व्यवस्था के लिए लगाया गया. बावजूद इसके कुकीज हिंसा थम नहीं रही है. मैताई हिंदू समाज को घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है.
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मुआवजा और नौकरी देने की मांग
ज्ञापन में मणिपुर की हिंसा में मारे गए हिंदू समाज के प्रत्येक मृतक के परिवार को 50 लाख रुपए व परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने, मैतई समाज को विशेष सुरक्षा प्रदान करने, कुकीज व मैतई समाज की सीमा पर सुरक्षा बलों की तैनाती करने, राज्य व केंद्र सरकार मणिपुर में मैतई हिंदू परिवार को एसटी का दर्जा प्रदान करने की मांग की गयी है.