Ashish Tagore
Latehar: शहर के बीचो-बीच है केश्वर आहर. केश्वर आहर जाने का मुख्य रास्ता शहर के बाइपास चौक व धर्मपुर मोड़ से है. इसके अलावा अन्य एक-दो गलियां भी केश्वर आहर तक जाती है. अब इसी केश्वर आहर की जमीन पर भूमि माफियाओं की नजर गड़ गयी है. आहर की जमीन का अतिक्रमण कर भूमि माफिया इसे बेच रहे हैं. उस जमीन पर घर बनाये जा रहे हैं. बावजूद इसके प्रशासन को इसकी कोई खबर नहीं है.
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एक एकड़ 88 डिसमिल भूमि में था केश्वर आहर
लातेहार तपाखास में प्लाट नंबर 148 में है केश्वर आहर. इसकी कुल रकबा एक एकड़ 88 डिसमिल है. यह आहर लघु सिंचाई विभाग के अधीन है. विभाग के द्वारा आठ-दस साल पहले इस आहर का सुदंरीकरण कराया गया था. आहर की गहराई बढ़ाई गयी थी और केश्वर आहर की भिंड पर बने पीसीसी सड़क के किनारे पाइप लगाया गया था. हालांकि बाद मे आहर का पानी कम होने लगा और आहर सूखने लगा. इसी के बाद भूमि-माफियाओं की नजर इस पर पड़ी. केश्वर आहर की भूमि की बाकायदा प्लाटिंग कर बेची जा रही है. आहर के अंतिम छोर पर मकान तक बना दिये गये हैं. अन्य मकान यहां बनने की प्रक्रिया में है.
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उपायुक्त से आहर को अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग
इसी साल नवंबर के महीने में स्थानीय लोगों ने लातेहार के उपायुक्त को एक आवेदन सौंपा था. आवेदन में केश्वर आहर को अतिक्रमण मुक्त कराने की मांग की गयी थी. कहा गया था कि विभिन्न अदालतों ने जल स्त्रोत व तालाब आदि को अतिक्रमण मुक्त रखने का आदेश दिया है, बावजूद इसके केश्वर आहर की भूमि पर धड्ल्ले से अतिक्रमण किया जा रहा है. केश्वर आहर की पूर्वी क्षेत्र में अतिक्रमण कर शौचालय की टंकी का निर्माण कराया गया है. नहर की चौड़ाई को कम कर जल निकास को बाधित कर दिया गया है. इसके ठीक पहले एक पक्का निर्माण कार्य कराया जा रहा है.
क्या कहते हैं अधिकारी
इस संबंध में पूछे जाने पर नगर पंचायत के प्रशासक राजीव रंजन ने कहा कि इस संबंध में आवेदन प्राप्त हुआ है. उन्होंने इसकी जांच कराने के लिए अंचलाधिकारी से पत्राचार किया है. अगर वहां अतिक्रमण किया गया है तो उसे हटाया जायेगा.