Latehar : हर दिन 10 से 5 बजे तक राजस्व कर्मचारी समाहरणालय के समक्ष धरना पर बैठते हैं. राजस्व उप निरीक्षक संघ झारखंड के आह्वान पर हड़ताल जारी है. राजस्व कर्मचारियों के हड़ताल पर चले जाने के कारण दाखिल खारिज, भूमि लगान व विभिन्न प्रकार के प्रमाण पत्र निर्गत करने का कार्य लंबित है. इन दिनों आपकी योजना, आपकी सरकार, आपके द्वार कार्यक्रम चलाया जा रहा है, लेकिन इन शिविरों में जमीन मामलों का निष्पादन नहीं हो पा रहा है. शनिवार को सांसद प्रतिनिधि राजन तिवारी धरना स्थल पहुंचे और हड़ताल का समर्थन किया. झारखंड राजस्व उप निरीक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अलीमुद्दीन अंसारी व जिला महामंत्री सह राज्य उपाध्यक्ष सुरेश राम ने बताया कि 11 सूत्री मांगों को लेकर यह धरना गत 19 अक्टूबर से किया जा रहा है.
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कई मांगों को लेकर किया गया हड़ताल-सुरेश राम
सुरेश राम ने बताया कि पिछले 5 वर्षों में न तो प्रोन्नति दी गई है और ना ही सीमित परीक्षा का आयोजन किया गया है, जबकि राजस्व सेवा संवर्ग नियमावली में प्रतिवर्ष किए जाने का प्रावधान है. उन्होंने प्रतियोगिता परीक्षा में राजस्व निरीक्षकों का कार्यानुभव दस वर्ष के स्थान पर पांच वर्ष करने, राजस्व प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने, समझौता के अनुसार उप निरीक्षकों को लैपटॉप व इंटरनेट की सुविधा देने, नये हल्का का गठन करने, क्षेत्रीय कार्य संपादन हेतु दो पहिया वाहन व ईंधन खर्च उपलब्ध कराने की मांग की. मौके पर लाल बिहारी उरांव, महेश सिंह, उपेंद्र राम, सोहेब अख्तर, वीरेंद्र टोप्पो, सर्वेश राम, राजू राम, राजेंद्र कुजूर, ओमप्रकाश, प्रेम एक्का, रेनू देवी, जनेश्वर राम, सुलेमान एक्का समेत कई लोग मौजूद थे.
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