Latehar: जिले के जनसेवक अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर मंगलवार को आठवें दिन भी समाहरणालय के समक्ष धरना पर बैठे. धरना को संबोधित करते हुए झारखंड राज्य जन सेवक संघ के जिला अध्यक्ष रामनाथ यादव ने कहा कि यह सरकार का कैसा इंसाफ है. वर्ष 2012 में कृषि व गन्ना विकास विभाग द्वारा 1,836 जनसेवकों की बहाली 2400 ग्रेड पे पर की गई थी. 10 सालों तक उन्होंने पूरी ईमानदारी से सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन में सहभागिता निभाई. अब जब प्रमोशन और एमएसीपी का समय आया तो जनसेवकों का ग्रेड पे 2400 से घटाकर 2000 कर दिया गया. संघ सचिव लव कुमार पासवान व रघुनंदन राम ने 2012 में बहाल सभी जनसेवकों को एमएसीपी का लाभ देने व राज्य वरीयता सूची प्रकाशित करने और ग्रेड-पे 4200 करने की मांग की है.
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सरकार की हठधर्मिता की वजह से परेशानी- रघुनंदन राम
वहीं प्रवक्ता रघुनंदन राम ने कहा कि विगत आठ दिनों से जन सेवक धरना दे रहे हैं, लेकिन सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेंग रही है. सरकार की हठधर्मिता के कारण आम लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. हड़ताल के कारण जरूरतमंदों का राशन कार्ड नहीं बन पा रहा है. वृद्धा पेंशन, जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, कृषि ऋण माफी, मिट्टी जांच व सांख्यिकी समेत पंचायतों का कई कार्य प्रभावित हो गये हैं. धरना में प्रकाश कुमार, सुजाता कुमारी, रीना कुमारी, स्नेह लता टोप्पो, अनिता कुमारी, संकेत सत्यम, संजय मिंज, प्रभात भगत, साकेत कुमार, देवलाल राम, अरविंद रोशन गृद्धा, चंदन कुमार, राहुल रंजन, रामसागर राम, संतोष उरांव, अरविंद रवि, समीन सुमन, अंकित एक्का, नारायण भोक्ता, सूरज कुमार, राकेश रौशन कुजूर, समीर सुमन, सर्वेश सिंह, सत्येंद्र उरांव, अर्पण तिग्गा, उमेश कुजूर, विल्सन लकड़ा, श्याम सागर पांडेय, राजेश कुमार व सूर्य प्रकाश समेत कई जनसेवक शामिल थे.
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