Mahuadand, Latehar: महुआडांड़ प्रखंड के परहाटोली पंचायत के डुमरडीह गांव में लगा जलमीनार भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ गया, आज हालत यह है कि ग्रामीण विवश होकर चुआड़ी का पानी पी रहे हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि बोरिंग से लेकर पाइप लाइन तक घटिया क्वालिटी का सामान लगाया गया. बोरिंग कम किये जाने के कारण पानी टंकी में नहीं चढ़ पा रहा है. ग्रामीण पीयूष किंडो ने बताया कि विभाग द्वारा हमारे गांव में कई बोरिंग की गयी है, लेकिन एक भी सफल नहीं रहा है. रॉबर्ट ने बताया कि गांव में कई जलमीनार को अधूरा छोड़ दिया गया है. परहाटोला गांव में ग्रामीण आजादी के बाद से आज तक चुआंड़ी का पानी ही पीते आ रहे हैं. आरोप है कि पंचायत में हर घर नल-जल मिशन योजना में व्यापक अनियमितता बरती गयी है. अधिकांश जगहों पर लगाये गये जलमीनार महज कुछ ही दिनों में ख़राब हो गये. एक बार खराब होने के बाद विभाग इसकी सुध लेने भी नहीं आता है, जबकि ग्रामीणों के द्वारा मुखिया के माध्यम से विभाग को जानकारी दी जाती रही है.
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