Jamshedpur : जमशेदपुर को-ऑपरेटिव लॉ कॉलेज में प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने कोल्हान यूनिवर्सिटी से अगले सेमेस्टर में प्रमोट करने की मांग करते हुए शुक्रवार से अनिश्चितकालीन क्रमिक भूख हड़ताल की शुरुआत की. धरने पर बैठे विद्यार्थियों ने बताया कि 2019-22 के सत्र में उन्होंने दाखिला लिया था, परन्तु 2 साल पूरे होने के बाद भी अबतक उनके प्रथम सेमेस्टर का एग्जाम नहीं लिया गया है. दुविधा यह है कि कोरोना के कारण परीक्षा आयोजित करवा पाने में असमर्थ कोल्हान विश्वविद्यालय इन दो वर्षों में न विद्यार्थियों की परीक्षा ले रही है और न ही उन्हें अगले दूसरे सेमेस्टर के लिए प्रमोट किया जा रहा है.
इसे भी पढ़ें : हजारीबाग : पार्किंग के मामूली विवाद पर चतरा स्पेशल ब्रांच के इंस्पेक्टर ने गार्ड को पीटा, वीडियो वायरल
120 विद्यार्थियों के सामने सेशन लेट होने का संकट
पहले सेमेस्टर में कुल 120 विद्यार्थी हैं. इनके सामने करीब दो साल सेशन लेट होने का संकट खड़ा हो गया है. यहां न सिर्फ जमशेदपुर से ही बल्कि कोल्हान के दूर-दराज ग्रामीण क्षेत्रों से भी विद्यार्थी लॉ की पढ़ाई करने आते हैं. दो वर्षों से एक ही सेमेस्टर में अटके रहने के कारण विद्यार्थियों ने आखिरकार अनिश्चिकालीन भूख हड़ताल का रास्ता अपनाया है. कॉलेज प्रबंधन, कोल्हान यूनिवर्सिटी के वाईस चांसलर को धरने से 15 दिनों पूर्व ही सूचित किया जा चुका है, परंतु इसपर उनकी ओर से अबतक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
इसे भी पढ़ें : मध्य प्रदेश के विदिशा में हादसा, कुआं धंसने से 40 से भी ज्यादा लोग गिरे, 19 रेस्क्यू, चार शव बरामद
तीसरे सेमेस्टर को किया गया प्रमोट तो पहले को क्यों नहीं?
अनिश्चिकालीन भूख हड़ताल पर बैठे लॉ कॉलेज के छात्र फनी महतो कहते हैं, बहुत ही उम्मीदों के साथ हमने लॉ कॉलेज में दाखिला लिया था. अगले साल तक हमें डिग्री मिल जाती लेकिन दो साल बीत जाने के बाद भी अबतक हमारा एक सेमेस्टर भी पूरा नहीं हुआ है. छात्रों ने कहा कि हमारे सीनियर विद्यार्थियों को तीसरे सेमेस्टर से पांचवें सेमेस्टर में सीधा प्रमोट कर दिया गया फिर हमारे साथ ऐसा क्यों नहीं हो रहा है? पिछले दो साल से ऑनलाइन क्लास के नाम पर हमें बस रिवीजन करवाया जा रहा है. यूजीसी की गाइडलाइंस तथा बार काउंसिल के सर्कुलर में भी ऐसी परिस्थिति में प्रमोशन की बात लिखी और कही गई है परंतु सारी बातों से अवगत होने के बाद भी यूनिवर्सिटी हमारे भविष्य को अधर में डाले हुए है.
इसे भी पढ़ें : RMC : निजी एजेंसियों संग काम का रिकॉर्ड अच्छा नहीं, A TO Z, ASSEL-INFRA के बाद CDS की कार्यशैली पर उठा सवाल
कोरोना की स्थिति सामान्य होते ही लेंगे परीक्षाः प्राचार्य
इस मुद्दे पर को-ऑपरेटिव लॉ कॉलेज के प्रिंसिपल जितेंद्र कुमार कहते हैं कि पहले सेमेस्टर के विद्यार्थियों का परीक्षा फॉर्म भरा जा चुका है और यूनिवर्सिटी अप्रैल में इनकी परीक्षा भी आयोजित करने वाली थी, परंतु कोरोना की दूसरी लहर के कारण राज्य सरकार की गाइडलाइंस के अनुसार परीक्षा रद्द कर दी गई. स्थिति सामान्य होते ही हम जल्द से जल्द परीक्षा का आयोजन करेंगे. साथ ही पूरी कोशिश करेंगे कि जल्द से जल्द विद्यार्थियों का सिलेबस पूरा करवा कर आगे की परीक्षाओं का आयोजन करें.
Good