Ranchi: रांची जिला बार एसोसिएशन के निवर्तमान महासचिव कुंदन प्रकाशन द्वारा बार के 19 लाख रुपए के गबन संबंधी एफआईआर दर्ज कराए जाने के बाद विवाद और गहराता जा रहा है. रांची सिविल कोर्ट के दर्जनों अधिवक्ताओं ने कोतवाली थाना प्रभारी को पत्र लिखकर निवर्तमान महासचिव कुंदन प्रकाशन द्वारा दर्ज करवाई गई एफआईआर पर शीघ्र कार्रवाई करने और आरडीबीए के दस्तावेज एवं अन्य अभिलेखों को सीज करने का आग्रह किया है. अधिवक्ताओं द्वारा लिखे गए पत्र में इस बात की ओर साफ इशारा किया गया है कि जिन दस्तावेजों और अभिलेखों से इस केस की परतें खुलेंगी, उनके साथ छेड़छाड़ की जा सकती है.
रांची सिविल कोर्ट के दर्जनों अधिवक्ताओं ने कोतवाली थाना प्रभारी और काउंसिल को लिखा पत्र
देर से एफआईआर दर्ज कराने पर खड़े किये सवाल
पत्र में यह भी कहा गया है कि चुनाव के बाद FIR दर्ज कराना इस बात की ओर इशारा करता है कि तत्कालीन कमेटी के जो सदस्य चुनाव लड़ रहे थे, उन्हें लाभ पहुंचाने के लिए जानबूझकर देर से एफआईआर दर्ज कराई गई. इतना ही नहीं बार भवन के तीसरे और चौथे तल्ले पर चेंबर अलॉटमेंट में भी वित्तीय गड़बड़ी की गई है. तत्कालीन कमेटी के पदाधिकारियों की सांठगांठ से वैसे लोगों को भी चेंबर अलॉट किया गया है जो सभी अहर्ताएं पूरी नहीं करते थे. इस पत्र की प्रतिलिपि झारखंड स्टेट बार काउंसिल के अध्यक्ष को भी भेजी गई है. वहीं दूसरी तरफ से इस वित्तीय अनियमितता की जांच की मांग को लेकर अधिवक्ता प्रीतयांशु सिंह ने अपना धरना जारी रखा है.
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