Ranchi : आदिवासी समन्वय समिति के नेता और आदिवासी अधिकार रक्षा मंच के संयोजक लक्ष्मी नारायण मुंडा ने आदिवासी अधिकार रैली करने वाले झामुमो विधायक चमरा लिंडा को निशाने पर लिया है. उन्होंने 16 फरवरी को आयोजित आदिवासी महारैली को लेकर कड़ी आपत्ति जतायी है. कहा है कि चमरा लिंडा की रैली, रणनीति और राजनीति आदिवासी समाज के हितों को लेकर नहीं बल्कि अघोषित तौर पर भाजपा को लाभ पहुंचाने और आदिवासी जनता को ठग कर फिर से अपनी राजनीति चमकाने के लिए है. चमरा लिंडा आदिवासी सवालों को लेकर 32 पन्ना का बुकलेट छपा कर आदिवासियों के पास जा रहे हैं. इसी 32 पन्नाें में शामिल उन आदिवासी सवालों को लेकर अपने तीन चरणों में 13 वर्षों तक विधानसभा में रहने के बावजूद कितना सवाल किया है. इसका हिसाब जनता को देना चाहिए.
झारखंड पार्टी में जाने को तैयार बैठे हैं चमरा लिंडा
उन्होंने कहा कि चमरा लिंडा आदिवासियों की रैली कर अपनी राजनीतिक जमीन तैयार करना चाहते हैं, ताकि मृतप्राय एनोस एक्का की झारखंड पार्टी में शामिल होकर पर्दे के पीछे भाजपा को लाभ पहुंचाकर अपना निजी लाभ हासिल कर सकें. मुंडा ने कहा कि झामुमो में अपने अवसरवादी और बिकाऊ चरित्र के चलते उपेक्षित चमरा लिंडा आदिवासियों की रैली कर झारखंड पार्टी में जाने को तैयार बैठे हैं. इस खेल में भाजपा के नेतागण, एनोस एक्का, पूर्व महाधिवक्ता अजीत कुमार और चमरा लिंडा शामिल हैं. समाज में ऐसे तथाकथित नेताओं की, जो आदिवासियों की भावना से खेलते हैं ,उनका पर्दाफाश होना चाहिए.
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