कुछ बदले, कई बदलने की सोच रहे
Ranchi : झारखंड में मौसम से भी तेजी से नेता बदल रहे हैं. कई को झारखंड की राजनीति में अपने को स्थापित करना है. कुछ को टिकट हासिल करना है. यह सब लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ शुरू हो गया है. मंगलवार को झामुमो विधायक सीता सोरेन ने दिल्ली में बीजेपी का दामन थाम लिया. इसके बाद सूबे में सियासी हलचल मच गई. झामुमो भी डैमेज कंट्रोल में जुट गया. यह सिर्फ एक दल में ही नहीं दूसरे दलों के नेता भी अपना भविष्य संवारने के लिए तेजी से पाला बदल रहे हैं. राजनीति के गलियारों में कयासों और आरोप-प्रत्य़ारोप का दौर भी शुरू हो गया है.
टिकट के लिए बीजेपी की हो गई गीता
कांग्रेस की सांसद गीता कोड़ा ने कांग्रेस का दामन छोड़कर बीजेपी के साथ हो गई. पश्चिमी सिंहभूम से गीता कोड़ा को बीजेपी ने टिकट भी दे दिया. इसके साथ ही राजद नेता घूरन राम ने भी भाजपा का दामन थाम लिया. वहीं प्रदेश स्तर के कई नेता-कार्यकर्ता भी इधर से उधर होते जा रहे हैं.
कांग्रेस के साथ हो लिए जेपी पटेल
मांडू से भाजपा विधायक जेपी पटेल ने बुधवार को दिल्ली में कांग्रेस का दामन थाम लिया. झारखंड कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर, प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर, झारखंड के मंत्री आलमगीर आलम और कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलायी. इससे पहले 2019 के विधानसभा चुनाव से पहले जेपी पटेल ने भाजपा का दामन थाम लिया था. इसके बाद भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़कर उन्होंने जीत भी हासिल की थी.
राज पालिवार के भी कांग्रेस में जाने के कयास
झारखंड के पूर्व मंत्री और मधुपुर से भाजपा विधायक रहे राज पालिवार के भी कांग्रेस में जाने के कयास लगाए जा रहे हैं. राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा हो रही है कि वे गोड्डा से चुनाव लड़ना चाहते हैं. राज पालिवार लंबे समय से भाजपा से नाराज चल रहे हैं. राज पालिवार 2014 में मधुपुर विधानसभा सीट से चुनाव जीते थे. उन्हें रघुवर सरकार में श्रम मंत्री बनाया गया था. 2019 में वे चुनाव हार गये थे. 2021 से राज पालिवार भाजपा से नाराज चल रहे हैं.
पूर्णिमा नीरज सिंह के भी दल बदलने की चर्चा
राजनीतिक गलियारों में इस बात की भी चर्चा हो रही है कि झरिया विधानसभा से कांग्रेस की विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह कांग्रेस छोड़ कर बीजेपी ज्वाइन कर सकती हैं. बताया जा रहा है कि विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह इस वक्त दिल्ली में मौजूद है और वहीं पर बीजेपी ज्वाइन कर सकती हैं. चर्चा यह भी है कि बीजेपी में शामिल होने के बाद पूर्णिमा को धनबाद लोकसभा सीट से पार्टी अपना उम्मीदवार भी बना सकती है. कुछ दिन पूर्व राज्य की अलग-अलग लोकसभा सीटों पर प्रदेश प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने दौरा किया था और लोकसभा प्रभारियों के साथ बैठक की थी. उसी दौरान विधायक पूर्णिमा नीरज सिंह को धनबाद लोकसभा से उम्मीदवार बनाने की चर्चा हुई थी, लेकिन विधायक ने यह जिम्मेदारी लेने से इंकार कर दिया था.
दिल्ली से तय हो रही झारखंड की सियासत
झारखंड की सियासत दिल्ली से तय हो रही है. सूबे के कई नेता दिल्ली में अब भी जमे हुए हैं. इऱफान अंसारी, जेपी पटेल, राज पालिवार, पूर्णिमा नीरज सिंह दिल्ली में हैं. ये सभी टिकट हासिल करने की दौड़ में शामिल हैं. बताते चलें कि कांग्रेस झारखंड में सात सीटों पर चुनाव लड़ेगी. झामुमो पांच सीट पर, एक सीट पर राजद और एक सीट पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) चुनाव लड़ेगी. हालांकि अब तक उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की गई है. वहीं बीजेपी ने भी अब तक धनबाद, गिरिडीह और चतरा में उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है.
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