Ranchi : ब्राजील के महान फुटबॉलर पेले का 82 साल की उम्र में निधन हो गया. पेले लंबे समय से कोलन कैंसर से जूझ रहे थे. गुरुवार 29 दिसंबर को साओ पाउलो के अल्बर्ट आइंस्टीन अस्पताल में उन्होंने अंतिम सांस ली. इंस्टाग्राम पर पेले की बेटी केली नेसिमेंटो ने उनके निधन की पुष्टि की है. केली नेसिमेंटो ने इंस्टाग्राम पर लिखा कि हम जो कुछ भी हैं, आप ही की बदौलत हैं. हम आपसे बहुत प्यार करते हैं. रेस्ट इन पीस. (पढ़ें, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हीरा बा को दी श्रद्धांजलि, प्रियंका, राहुल सहित कई दिग्गज नेताओं ने जताया शोक)
कैंसर से जंग लड़ रहे थे पेले
बता दें कि दिग्गज फुटबॉलर पेले कैंसर से जंग लड़ रहे हैं. इसकी काफी समय से कीमोथेरेपी भी चल रही थी. 29 नवंबर को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. जिसके बाद उन्हें साओ पाउलो के अल्बर्ट आइंस्टीन अस्पताल में भर्ती कराया गया था. तब से वो लगातार जिंदगी से जंग लड़ रहे थे. लेकिन वो यह जंग जीत नहीं सके. पेले को पिछले साल सितंबर में उनके कोलन से ट्यूमर हटा दिया गया था और तब से वे नियमित रूप से अस्पताल में इलाज करवा रहे थे. फीफा विश्व कप 2022 के दौरान पेले ने अस्पताल में टीवी पर ब्राजील के मैच देखते हुए अपनी टीम को चीयर भी किया था. हालांकि ब्राजील का सफर क्वार्टर फाइनल से आगे नहीं बढ़ सका था.
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कौन थे पेले?
पेले का असली नाम एडसन अरांतेस डो नासिमेंटो था. उनका जन्म 23 अक्टूबर 1940 को ब्राजील के मिनास गेराइस में हुआ था. उनके पिता भी फुटबॉल खेला करते थे. उनका नाम मशहूर वैज्ञानिक थॉमस एडिसन के नाम से प्रेरित होकर रखा गया था. उनको पेले नाम स्कूल में मिला था. इसका हीब्रू भाषा में मतलब होता है करिश्मा. बाद में उनको ”ब्लैक पर्ल” नाम भी दिया गया. वो बेहद गरीब परिवार से थे और अतिरिक्त पैसों के लिए चाय की दुकान पर भी काम किया करते थे. पिता ने उनको फुटबॉल सिखाना शुरू किया और फिर वो सफर कहीं थमा नहीं. उन्होंने 16 की उम्र में ब्राजील के लिए पहला मैच खेला था. पेले ने तीन शादियां की. उनके कुल सात बच्चे हैं. वो फुटबॉल इतिहास के सबसे सफल फुटबॉलर बने. फीफा द्वारा उन्हें ”द ग्रेटेस्ट” का शीर्षक भी मिला.
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महान खिलाड़ी रहे पेले
- पेले ने अपने करियर में (1956-1974) काफी समय तक ब्राजीलियाई क्लब सांतोस का प्रतिनिधित्व किया. इस क्लब के लिए उन्होंने 659 मैचों में 643 गोल किए. अपने फुटबॉल करियर के अंतिम दो वर्षों में पेले ने यूएसए में न्यूयॉर्क कॉसमॉस के लिए खेला.
- ब्राजील के मिनस गेरैस राज्य में जन्मे दिग्गज फुटबॉलर अभी भी सेलेकाओ (ब्राजील) के लिए सबसे ज्यादा गोल करने वाले खिलाड़ी हैं. उन्होंने 92 मैचों में 77 गोल किए. एक पेशेवर फुटबॉलर के रूप में पेले ने कुल तीन बार फीफा विश्व कप (1958, 1962, 1970) जीता जो अभी भी एक व्यक्तिगत फुटबॉलर के लिए एक रिकॉर्ड है.
- पेले ने छह मौकों (1961, 1962 1963, 1964, 1965 और 1968) में ब्राजीलियाई लीग खिताब (कैम्पियोनाटो ब्रासीलेरो सेरी ए) जीता और 1962 और 1963 में दो बार कोपा लिबर्टाडोरेस खिताब जीता. वह सैंटोस के ”गोल्डन एरा” (1959-1974) के प्रमुख खिलाड़ियों में से एक रहे और उन्हें 1962 और 1963 में दो इंटरकॉन्टिनेंटल कप खिताब तक पहुंचाया। दोनों मौकों पर फाइनल में सैंटोस ने पुर्तगाली क्लब बेनफिका को हराया.
अपने आखिरी इंस्टाग्राम पोस्ट में मेसी और माराडोना का किया था जिक्र
अपने एक इंस्टाग्राम पोस्ट में पेले ने अपने प्रशंसकों को शुभकामना संदेश के लिए धन्यवाद दिया था. उन्होंने लिखा था कि दोस्तों, मैं अस्पताल में अपना रेगुलर चेक-अप के लिए आया हूं। इस तरह के सकारात्मक संदेश पाकर हमेशा अच्छा लगता है. इसके लिए धन्यवाद और उन सभी का भी धन्यवाद, जो मुझे अच्छा संदेश भेजते हैं! अपने आखिरी इंस्टाग्राम पोस्ट में पेले ने अर्जेंटीना की टीम को फीफा वर्ल्ड कप जीतने पर बधाई दी थी. साथ ही लियोनल मेसी का भी जिक्र किया था. पेले ने लिखा था कि फुटबॉल ने आज फिर अपनी कहानी दिलचस्प तरीके से बयां की. मेसी ने अपना पहला विश्व कप जीता, जिसके वह हकदार थे. एम्बाप्पे ने फाइनल में चार (पेनल्टी शूटआउट के गोल सहित) गोल किए. फुटबॉल के शानदार भविष्य के लिए यह मैच देखना किसी उपहार से कम नहीं था. बधाई अर्जेंटीना. निश्चित तौर पर अभी डिएगो मुस्कुरा रहे होंगे.
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