Jamtara : संत रविदास को बुधवार को जिले में जगह – जगह याद किया गया. संत रविदास भक्ति काल के कवि व समाज सुधारक थे.
अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति कर्मचारी- पदाधिकारी संघ : संत शिरोमणि रविदास की 645 वीं जयंती पर अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति कर्मचारी – पदाधिकारी संघ ने पुराना कोर्ट परिसर स्थित कार्यालय में आयोजन किया. वक्ताओं ने कहा कि गुरु रविदास भक्ति आंदोलन के संत- कवि थे. मीरा बाई के भी वे गुरु थे. वे चमत्कारी पुरुष थे. उन्हीं का कथन है-“मन चंगा तो कठौती में गंगा”. लगभग सात सौ साल पूर्व उन्होंने छुआछूत के खिलाफ आवाज उठाई थी . मौके पर द्वारिका राम, रंजन दास, दीनदयाल कुमार, दीनानाथ पहाड़िया, बिरजू राम, अमरजीत कुमार, अशोक चौधरी, ब्रह्मदेव पासवान आदि थे.
भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा : भाजपा अनुसूचित जनजाति मोर्चा की ओर से संत रविदास की जयंती मनाई गई. कार्यक्रम की अध्यक्षता मोर्चा जिला महामंत्री प्रकाश रजक ने की. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भाजपा के वरिष्ठ नेता वीरेंद्र मंडल थे. उन्होंने कहा कि महान संत परंपरा के संवाहक संत शिरोमणि रविदास का जीवन लोगों के लिए प्रेरणादायक है. मौके पर एससी मोर्चा के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य हितेश दास, भाजयुमो जिला अध्यक्ष अनूप पांडेय, पिंटू गुप्ता, गोर बाउरी, सागर महतो, अमित बाउरी, भुवन चंद्र धीवर, प्रदीप राउत आदि उपस्थित थे.
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