Basant Munda
Ranchi : प्रकृति पर्व सरहुल को लेकर राजधानी रांची सहित आसपास के विभिन्न गांवों में तैयारी शुरू हो गयी है. 4 अप्रैल को भव्य शोभायात्रा निकाली जायेगी. तैयारी को लेकर शनिवार को सिरम टोली सरना स्थल में अजय तिर्की की अध्यक्षता में केद्रीय सरना समिति और युवा सरना समिति की बैठक हुई. बैठक में कहा गया कि इस बार धूमधाम से सरहुल पर्व मनाया जाएगा. इस दिन रांची और आसपास के गांवों में शराब बिक्री पर रोक लगायी जाये. इसके लिए जिला प्रशासन से मांग की जाएगी. सुभाष मुंडा ने कहा कि सरहुल के दिन राज्य में शराब पर रोक लगे. यह भी कहा कि शराब पीकर आनेवाले लोगों को शोभायात्रा में शामिल होने से रोका जायेगा.
झांकियों को किया जाएगा पुरस्कृत
केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष अजय तिर्की ने बताया कि केंद्रीय सरना समिति की ओर से झांकियों एवं नृत्य दल को पुरस्कृत किया जायेगा. प्रथम पुरस्कार 51 हजार, द्वितीय पुरस्कार 31 हजार, तृतीय पुरस्कार 21 हजार और सांत्वना पुरस्कार 5100 रुपये तय किया गया है. जुलूस में शामिल सभी संगठनों को साड़ी- धोती दी जाएगी. पाहनों को धोती, गंजी व पगड़ी पहनाया जाएगा.
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3 अप्रैल को उपवास के साथ शुरू होगा पर्व
बताया गया कि 3 अप्रैल को उपवास के साथ शाम में घड़ा में पानी रखाव होगा. 4 अप्रैल को जुलूस निकाला जायेगा. 5 अप्रैल को घरों में पाहन को नहलाने के बाद फुलखोँसी के साथ सरहुल पर्व को विदाई दी जाएगी.
खोड़हा दल अपनी झांकी के साथ सिरम टोली पहुचेंगे
महिला प्रकोष्ठ की अध्यक्ष रेशमी मिंज ने कहा कि सरहुल शोभायात्रा को लेकर तैयारी जोर-शोर से शुरू कर दी गयी है. विभिन्न खोड़हा दल अपनी झांकी के साथ सिरम टोली पहुचेंगे. प्रेम शाही मुंडा ने कहा कि इस दिन मुंडा जनजाति के लोग सरहुल, उरांव समाज के लोग बा और संथाल के लोग बाहे त्यौहार मनाते हैं. बैठक में प्रमुख रूप से सुष्मिता कच्छप, महेश मुंडा, गोयना उरांव, कुंदरसी मुंडा, संतोष तिर्की, रेशमी मिंज शामिल हुए.
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