Jamshedpur (Anand Mishra) : काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (सीआईएससीई) ने रविवार को आईसीएसई (10वीं) और आईएससी (12वीं) बोर्ड परीक्षा के परिणामों की घोषणा कर दी. आईसीएसई की परीक्षा में लौहनगरी जमशेदपुर के छात्र रुसील कुमार नेशनल टॉपर रहे हैं. स्थानीय टेल्को स्थित हिलटॉप स्कूल के छात्र रुसील कुमार समेत देश में कुल नौ विद्यार्थी नेशनल टॉपर रहे हैं, जिनमें शीर्ष पर हैं. रूसील को इस परीक्षा में कुल 499 यानी 99.8 प्रतिशत अंक हासिल हुए हैं. वहीं अन्य नेशनल टॉपरों में क्रमशः बंगलुरु के अनन्य कार्तिक, मुंबई की श्रेया उपाध्याय, थाणे के यश मनीष भसीन, मुंबई के तनय सुशील शाह, मलाड इस्ट की हिया शिवांगी, आगरा की अविशी सिंह और पूर्वी बर्दवान के संबित मुखोपाध्याय शामिल हैं. इन सभी को भी परीक्षा में 99.8 प्रतिशत अंक मिले हैं.
जमशेदपुर के स्कूलों का बेहतर प्रदर्शन
आईसीएसई और आईएससी दोनों ही परीक्षाओं में जमशेदपुर के स्कूलों का शानदार प्रदर्शन रहा है. आईसीएसई में शहर के हिलटॉप स्कूल ने जहां एक नेशनल टॉपर दिया है, वहीं स्टेट टॉपर की सूची में इसके अन्य दो विद्यार्थियों का नाम शामिल है. इनमें कौशलेंद्र प्रताप और प्रियंका चक्रवर्ती शामिल हैं. इसी तरह आईएससी में राज्य भर में शहर के दो स्कूलों के विद्यार्थियों ने अपनी प्रतिभा साबित की है. लोयोला स्कूल की छात्रा ईशा मुरारका स्टेट टॉपर रही हैं, जबकि कार्मेल जूनियर कॉलेज के छात्र सृंजोय और आशीष सैम क्रमशः सेकेंड और थर्ड टॉपर रहे हैं.
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सोचा नहीं था कि टॉपर बनूंगा : रुसील कुमार
जमशेदपुर : आईसीएसई (10वीं) की परीक्षा में नेशनल टॉपर बन कर देश में शहर और झारखंड का नाम रोशन करने वाले छात्र रुसील कुमार प्योर साइंस के छात्र हैं. टेल्को स्थित वैली व्यू स्कूल से स्कूली शिक्षा आरंभ करने के बाद दूसरी कक्षा में उन्होंने हिलटॉप स्कूल में एडमिशन लिया. उसके बाद हर कक्षा में अपनी प्रतिभा का परचम लहराते रहे. रूसील कुमार ने बताया कि उन्होंने नहीं सोचा था कि वह नेशनल टॉपर बनेंगे. लेकिन यह अंदाजा था कि 99 प्रतिशत से अधिक अंक अर्जित होंगे. वह आईआईटी से कंप्यूटर इंजीनियरिंग करना चाहते हैं. रुसील ने बताया कि इंजीनियरिंग के बाद वह सिविल सर्विस में जाकर लोक सेवा करना चाहते हैं. सिविल सेवा में ही क्यों जाना चाहते हैं, इस सवाल पर उन्होंने बताया कि यह उनका जुनून है. सिविल सेवा में सम्मान भी बहुत मिलता है. एडवेंचरस और फैंटेसी कहानियां पढ़ना तथा चेस और कैरम खेलना रुसील की हॉबी है. वह छोटी-छोटी कहानियां लिखते भी हैं. उन्होंने बताया कि वह करीब 8 से 10 घंटे पढ़ाई करते हैं. पढ़ाई और सफलता विद्यार्थी पर निर्भर करती है. हालांकि पढ़ाई का बेहतर तरीका रिवीजन, समझना, और टॉपिक डेप्थ में जाना है. रुसील के पिता राजेश कुमार का कंस्ट्रक्शन बिजनेस है तथा मां सुमन देवी गृहणी हैं. वह अपना आदर्श अपना माता-पिता और गुरुजनों को मानता है.
इंजीनियरिंग के क्षेत्र में करियर बनाना चाहता है कौशलेन्द्र प्रताप
आइसीएसई 10वीं में 99.4 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले स्टेट टॉपर हिलटॉप के छात्र कौशलेन्द्र प्रताप ने अपनी इस सफलता का श्रेय अपने शिक्षकों के साथ अपने माता पिता को दिया.उन्होंने बताया कि वह शुरु से रणनीति बनाकर पढ़ाई की जिसके कारण उन्हें यह सफलता मिली. कौशलेन्द्र प्रताप इंजीनियरिंग क्षेत्र में करियर बनाना चाहते है. उन्होंने कहा कि पढ़ाई के लिए परिवार की ओर से कोई दबाव नही रहा.हर समय परिवार का पूरा समर्थन मिला. कौशलेन्द्र प्रताप के पिता मिथिलेश सिंह एवं माता सुषमा सिंह टाटा मोटर्स में कार्यरत है.
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उम्मीद कहीं ज्यादा अंक मिला : प्रियंका
आइसीएसई 10वीं में 99.4 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली स्टेट टॉपर हिलटॉप के छात्रा प्रियंका चक्रवर्ती ने कहा कि अच्छे अंक मिलेंगे यह तो पता था लेकिन 99.2 प्रतिशत अंक मिल जाएंगे और स्टेट टॉपर हो जाउंगी, यह उम्मीद नही थी. आज मदर्स डे पर यह मेरी मां के लिए सबसे बड़ा तोहफा है. प्रियंका ने अपने इस सफलता का श्रेय माता-पिता के साथ अपने शिक्षकों दिया. उन्होंने बताया कि शिक्षकों का सहयोग मिला बल्कि शिक्षकों के लगातार मार्गदर्शन के कारण यह सपलता मिली है. प्रियंका इंजीनियरिंग के क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहती है. प्रियंका के पिता पंकज चक्रवर्ती टाटा मोटर्स में कार्यत है, जबकि माता सुष्मिता चक्रवर्ती गृहणी हैं.
सीए बनना चाहती है कामर्स की स्टेट टॉपर ईशा मुरारका
आइसीएसई 12वीं की कामर्स में 99.2 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली स्टेट टॉपर लोयोला स्कूल की छात्रा ईशा मुरारका ने कहा कि मैंने बहुत मेहनत किया था अच्छे अंक मिलने की उम्मीद तो थी लेकिन स्टेट टॉपर हो जाउंगी, यह उम्मीद नही थी.ईशा ने अपने इस सफलता का श्रेय माता पिता के साथ अपने शिक्षकों दिया.उन्होंने बताया कि शिक्षकों का सहयोग मिला. बल्कि शिक्षकों के लगातार मार्गदर्शन के कारण यह सफलता मिली है.ईशा ने दसवीं जे एच तारापोर स्कूल से किया था.12वीं में लोयोला दाखिला लिया था. ईशा सीए बनाना चाहती है. ईशा मुरारका के पिता अमित कुमार मुरारका व्यवसायी है जबकि माता पुजा मुरारका गृहणी है.
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बड़ी बहन के नक्शे कदम पर चलते हुए आशीष सैम बना झारखंड का थर्ड टॉपर
सोनारी स्थित कार्मेल जूनियर कॉलेज का छात्र आशीष सैम 98.75 प्रतिशत अंक हासिल कर पूरे झारखंड में तीसरे स्थान पर रहा है. वह प्योर साइंस का छात्र है. आशीष ने अपनी बड़ी बहन के नक्शे कदम पर चलते हुए इस मुकाम को हासिल किया है. आशीष की वड़ी बहन वर्ष 2020 में आईएससी की नेशनल टॉपर रही थी. उसके पिता सैम मैथ्यू एलआईसी में प्रशासनिक अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं, जबकि माता सुजाता सैम एलआईसी में मार्केटिंग विभाग में कार्यरत हैं. आशीष ने इस वर्ष जेईई मेंस की परीक्षा में 3184वां रैंक हासिल कर जेईई एडवांस का टिकट भी हासिल कर लिया है. वह आईआईटी से कंप्यूटर इंजीनियरिंग करना चाहता है.
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