NewDelhi : दिल्ली में गणतंत्र दिवस के दिन हिंसा फैलाने के आरोपी किसान नेताओं के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने लुक आउट नोटिस जारी कर दिया है. इसके साथ ही आरोपी किसान नेताओं का पासपोर्ट भी जब्त किया जायेगा. जानकारी के अनुसार इस सूची में योगेंद्र यादव और राकेश टिकैत का नाम भी शामिल है.
इसके अलावा दिल्ली पुलिस ने ट्रैक्टर रैली के संबंध मे समझौते को तोड़ने के लिए जिन नेताओं को नोटिस जारी किया है, उनमें योगेंद्र यादव, बलदेव सिंह सिरसा, बलबीर एस राजेवाल सहित कम से कम 20 किसान नेता शामिल हैं.
Delhi Police issues Lookout Notice (LOC) against farmer leaders with the help of immigration: Delhi Police
— ANI (@ANI) January 28, 2021
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हिंसा को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय सख्त
बता दें कि हिंसा को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय सख्त रुख अपनाते हुए आरोपी किसान नेताओं के खिलाफ दिल्ली पुलिस को लुकआउट नोटिस जारी करने का निर्देश दिया था. गृह मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि जिन नेताओं के खिलाफ केस दर्ज है, उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया जाये.
इससे पहले दिल्ली पुलिस ने हिंसा मामले में 25 से ज्यादा एफआईआर दर्ज कर 20 किसान नेताओं को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था. एफआईआर में 37 किसान नेताओां के नाम हैं. इन किसान नेताओं को पुलिस ने तीन दिनों के अंदर जवाब देने को कहा था.
अमित शाह ने राष्ट्रीय राजधानी में दो अस्पतालों का दौरा किया
इधर, गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के संबंध में 25 प्राथमिकी दर्ज किये जाने के एक दिन बाद दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को किसान नेताओं के खिलाफ एक लुकआउट सर्कुलर जारी किया और उनसे अपने पासपोर्ट सरेंडर करने को कहा. इस बीच, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय राजधानी में दो अस्पतालों का दौरा किया. यहां हिंसा में घायल हुए पुलिस कर्मियों का इलाज किया जा रहा है. शाह ने कहा कि हमें उनके साहस और बहादुरी पर गर्व है.
संयुक्त किसान मोर्चा का 1 फरवरी को प्रस्तावित संसद मार्च स्थगित
इस बीच किसान यूनियनों के मुख्य संगठन संयुक्त किसान मोर्चा ने 1 फरवरी को प्रस्तावित संसद मार्च स्थगित कर दिया है. हालांकि उसने कहा कि किसानों का आंदोलन जारी रहेगा और 30 जनवरी को देश भर में जनसभाएं और भूख हड़ताल होगी. उधर, हिंसा के आलोक में दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शनों से दो संगठन पीछे हट गये हैं.
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