Ranchi : झारखंड में इलाज के अभाव में लोग अंधेपन का शिकार हो जाते हैं. जैन समाज ने आंख के नि:शुल्क इलाज एवं ऑपरेशन की योजना को मूर्त रूप दिया है. भगवान महावीर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के द्वारा महावीर जयंती की पूर्व संध्या पर 02 अप्रैल को बरियातू रोड स्थित महावीर भवन में एक उच्च स्तरीय भगवान महावीर आई हॉस्पिटल का शुभारंभ किया जायेगा. यहां गरीब मरीजों का मुफ्त इलाज होगा. ऑपरेशन, दवाई, भोजन एवं ठहरने की नि:शुल्क व्यवस्था दी जाएगी.
अध्यक्ष पूरनमल जैन सेठी ने बताया कि संस्था 18 साल से नि:शुल्क आई कैंप एवं मोतियाबिंद का ऑपरेशन करा रही है. भगवान महावीर आई केयर विंग के द्वारा 25 दिसंबर 2020 से मोबाइल वैन सेवा शुरू की गई. अबतक 399 कैंप के माध्यम से 26047 मरीजों के आंख की जांच की गई. 430 मरीजों के मोतियाबिंद, 30 मरीजों का ग्लोकोमा एवं 20 मरीजों के रेटिना का नि:शुल्क ऑपरेशन कराया गया है. इस कार्य में झारखंड अंधापन नियंत्रण विभाग का सहयोग सराहनीय रहा है.
मुनी श्री प्रमाण सागर जी महाराज ने रांची में 25 दिसंबर, 2008 में भगवान महावीर हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर की आधारशिला रखी थी. जिसमें दिगंबर जैन समाज के कुल 180 संस्थापक सदस्य हैं. जिसका संचालन 26 सदस्यीय कार्यकारिणी के सदस्यों के द्वारा किया जाता है.
मई 2014 में 240 बेड के भगवान महावीर मेडिका सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का शुभारंभ हुआ. जिसमें 83 बेड क्रिटिकल केयर यूनिट (जैसे-CCU, MICU, NICU, CTVS, HDU, PCU). आपातकाल सेवा के लिये 5 बेड चौबीस घंटे तथा 19 बेड डायलिसिस के लिये है. जिसमें वेजिटेरियन कैंटीन है. जिसमें जैन मरीजों के इलाज में 10 प्रतिशत की छूट दी जाती है. संस्था मेडिका में गरीब मरीजों के इलाज में सहयोग के लिए अपने सदस्यों एवं दानदाताओं को प्रत्येक वर्ष 65 लाख रुपये का कूपन निर्गत करती है. जैन साधू- साध्वियों एवं सम्मेद शिखरजी में आये तीर्थयात्रियों का इलाज का खर्च संस्था वहन करती है. मेडिका में गरीब मरीजों को डायलिसिस के बिल में पचास प्रतिशत आर्थिक सहयोग करती है. बताया कि गरीब मरीजों की इलाज में संस्था जुलाई 2014 से मार्च 2022 तक लगभग 9,99,11,033 /- राशि की मदद कर चुकी है. वहीं सेवा सदन में भर्ती गरीब प्रसूति महिला के इलाज में हुए खर्च पर प्रति वर्ष छह लाख रुपये का अनुदान भी देती है.
मेडिका में भर्ती मरीजों के परिजनों के ठहरने के लिए महावीर भवन का निर्माण किया गया है. जिसमें मात्र 100 रुपये में डोरमेट्री, एसी कमरे 600 रुपये एवं नॉन एसी कमरे मात्र 350 रुपये में उपलब्ध है.
सितंबर 2019 से बुजुर्ग, बीमार एवं दिव्यांग यात्रियों के सेवार्थ रांची रेलवे स्टेशन पर एक बैटरी चालित ई-रिक्शा “सेवा रथ की शुरुआत की गई. उदासीन आश्रम, इसरी बाजार में संस्था के द्वारा एक आयुर्वेदिक चिकित्सालय चलाया जा रहा है. इसके तहत रोगियों को फ्री इलाज के साथ-साथ सात दिनों तक की दवाई भी मुफ्त दी जाती है.
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