Madhupur (Deoghar) : मधुपुर उपचुनाव को लेकर शहर की गलियां चुनावी रंग में रंग गई हैं. नुक्कड़, चौक-चौराहे हर तरफ सिर्फ चुनावी चर्चा है. जनसंपर्क और जनसभाओं का दौर सुबह से शाम तक जारी है. नामांकन करने के बाद बीजेपी प्रत्याशी गंगा नारायण सिंह रेस हो गये हैं. उन्होंने वंशवाद और हज हाउस घोटाले को अपना प्रमुख मुद्दा बनाया है और जेएमएम पर टूट पड़े हैं. सुबह 6 बजे से ही चुनावी अभियान में लग गये हैं.
सुबह अपने आवास में उन्होंने जनता दरबार लगाया. लोगों से रूबरू हुए. उनकी समस्याओं को सुना और हर समस्या के समाधान का आश्वासन दिया. इसके बाद उन्होंने हुसैनाबाद मंडल के देवीपुर, मथुरापुर समेत कई गांवों में जनसंपर्क कर लोगों से मुलाकात की और अपने पक्ष में वोट देने की अपील की. गंगा नारायण ने कहा कि इस चुनाव में बीजेपी को वोट देकर लोग वंशवाद और भ्रष्टाचार पर चोट करें.
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गंगा को पता है अल्पसंख्यक वोटों के बिना जीत पाना मुश्किल
गंगा नारायण सोशल मीडिया पर भी खूब सक्रिय हैं. कई मुद्दों को लेकर उन्होंने जेएमएम पर हमले किये हैं. मधुपुर में अल्पसंख्यकों की संख्या काफी है. गंगा नारायण जानते हैं कि अल्पसंख्य वोटों को तोड़े बिना मधुपुर विधानसभा उपचुनाव जीतना बहुत मुश्किल है. इसलिए उन्होंने मुस्लिम वोटरों पर डोरे डालना शुरू कर दिया है.
उन्होंने कहा मैं मुस्लिम भाइयों से पूछना चाहता हूं कि हज हाउस घोटाले में कौन से मंत्री का परिवार आरोपी रहा है. रांची में 5 करोड़ रुपये का हज हाउस घोटाला मंत्री हाजी हुसैन के समय हुआ. जर्जर हज हाउस अगर जमींदोज हो जाता तो न जाने कितने लोगों को नुकसान होता. बता दें कि हज हाउस घोटाला मामले में जांच के बाद एसीबी ने 6 लोगों के खिलाफ चार्जशीट फाइल की है. इनमें से एक आरोपी हफीजुल के भाई शब्बीर अंसारी भी हैं.
मधुपुर उपचुनाव : मोदी और हेमंत के नारों के साथ उतरे एनडीए-यूपीए
मधुपुर की फिजाओं में दो ही नारे जोरशोर से गूंज रहे हैं. जेएमएम जहां हेमंत है तो हिम्मत है के नारे लगा रहा है, वहीं बीजेपी मोदी है तो मुमकिन है के नारे के साथ जनता तक पहुंच रही है. कोविड महामारी के बढ़ते प्रकोप के बावजूद मधुपुर चुनाव को लेकर दोनों दलों के कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह दिख रहा है. हफीजुल के नामांकन सभा के बाद गंगा नारायण के नामांकन सभा में भी खूब भीड़ उमड़ी.
केंद्रीय नेताओं के दौरे पर संशय, स्थानीय नेता ही संभालेंगे मोर्चा
मधुपुर में यूपीए और एनडीए के नेताओं का दौरा 1 अप्रैल से शुरू हो जाएगा. जेएमएम ने गुरुवार को मधुपुर उपचुनाव की रणनीति बनाने के लिए विधायक दल की बैठक बुलाई है। पार्टी नेताओं की जिम्मेदारियां तय की जाएंगी. कौन-कौन से मंत्री, विधायक और पदाधिकारी क्या जिम्मेदारी संभालेंगे. कौन वहां कैंप करेगा यह भी तय होगा.
एनडीए की तरफ से भी मधुपुर उपचुनाव में विधायकों, सांसदों और पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी जाएगी. हालांकि बीजेपी ने इसे लेकर अबतक कोई आधिकारिक बैठक नहीं की है. अबतक बीजेपी के किसी भी केंद्रीय नेता के कार्यक्रम की सूचना नहीं है. सभी केंद्रीय नेता बंगाल, असम और अन्य राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव में व्यस्त हैं. बताया जा रहा है कि मधुपुर उपचुनाव में प्रदेश नेता ही पूरा दमखम लगायेंगे.
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