MumbaI : महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लोकतंत्र की जीत करार देते हुए कहा, हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं. कहा कि SC ने उद्धव ठाकरे की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. वे दोबारा सीएम नहीं बन पायेंगे. इस क्रम में फडणवीस उद्धव ठाकरे के गद्दार वाले बयान पर पलटवार किया. कहा कि आप(ठाकरे) सिद्धांतों की बात मत कीजिए. आपने कुर्सी के लिए विचारधारा से समझौता करते हुए भाजपा से गठबंधन तोड़ा और कांग्रेस के साथ सरकार बनाई. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
#WATCH | Supreme Court verdict on Maharashtra political row | CM Eknath Shinde and other workers and leaders of the party celebrate outside Varsha bungalow – Maharashtra CM’s official residence in Mumbai. pic.twitter.com/SCKQeOrJbL
— ANI (@ANI) May 11, 2023
#WATCH | It doesn’t suit Uddhav Thackeray to talk about morality. I want to ask him if had he forgotten his morals when he went with NCP&Congress for CM post.He had not resigned on moral grounds but due to fear after people who were with him left him: Maharashtra Dy CM D Fadnavis pic.twitter.com/OF6pk0Wnyd
— ANI (@ANI) May 11, 2023
गद्दार लोग मेरे खिलाफ अविश्वास लायें तो कैसे विश्वास करूं
फडणवीस और ठाकरे दोनों आज गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा महाराष्ट्र में पिछले साल से जारी सियासी संकट पर दिये गये फैसले को लेकर बोल रहे थे. कोर्ट के इस फैसले पर उद्धव ठाकरे ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि जिन्हें पार्टी ने सबकुछ दिया उन्होंने ही हमारे साथ गद्दारी की. कहा कि अगर इस्तीफा नहीं देता तो गद्दार लोगों के साथ कैसे सरकार चलाता. जिन लोगों को मेरे पिताजी, पार्टी ने सबकुछ दिया, और और ऐसे गद्दार लोग मेरे खिलाफ अविश्वास लाएं तो कैसे विश्वास करूं. इसी पर फडणवीस ठाकरे पर हमलावर हुए.
सुप्रीम कोर्ट ने राज्यपाल, स्पीकर के फैसले को गलत करार दिया
सुप्रीम कोर्ट ने राज्यपाल, स्पीकर के फैसले को गलत करार देते हुए कहा, हम उद्धव ठाकरे की सरकार बहाल नहीं कर सकते, क्योंकि उन्होंने फ्लोर टेस्ट से पहले ही इस्तीफा दे दिया था. इसी संदर्भ में फडणवीस और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का स्वागत किया कहा, यह लोकतंत्र की जीत हुई. सुप्रीम कोर्ट ने उद्धव ठाकरे की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. हार के डर से उद्धव ठाकरे ने इस्तीफा दिया था.
पुरानी स्थिति को बहाल नहीं किया जा सकता
कोर्ट ने कहा कि अब पुरानी स्थिति को बहाल नहीं किया जा सकता. विधायकों की अयोग्यता पर स्पीकर ही फैसला ले. क्योंकि इसका अधिकार सिर्फ स्पीकर पर है. अपनी बात आगे बढ़ाते हुए भाजपा नेता फडणवीस ने कहा, सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि चुनाव आयोग फैसला देने के लिए स्वतंत्र है कि असली राजनीतिक पार्टी कौन है, इसका अधिकार भी चुनाव आयोग को दिया गया है. कोर्ट के फैसले से साफ हो गया है कि हमारी सरकार पूरी तरह से कानून के तहत है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले से लोगों को शक था, वह दूर हो गया है
बोले एकनाथ शिंदे, सत्य की जीत हुई
सीएम एकनाथ शिंदे ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कहा, आज सत्य की जीत हुई है. लोकतंत्र में बहुमत अहम होता है. हमने सरकार बनाते समय हमेशा कानून और संविधान का पालन किया है. अब तो SC ने भी इसे साबित कर दिया है. कुछ लोग हमें असंवैधानिक सरकार कह रहे थे. SC के फैसले ने अब उन्हें तमाचा जड़ दिया. बहुमत न होने पर पूर्व मुख्यमंत्री(उद्धव ठाकरे0 ने इस्तीफा दिया. नैतिकता की दुहाई देने का कोई मतलब है.