Pakur : राज्य के सभी विभागों में कार्यरत अनुबंधकर्मियों को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया जा रहा है. लेकिन यह आश्वासन आज तक धरातल पर नहीं दिखा है. बीते दिनों राजधानी के सदर अस्पताल और रिम्स में कार्यरत अनुबंध नर्सें अपने मांगों को लेकर भी हड़ताल पर चली गयी थी. अब नया मामला पाकुड़ जिले के महेशपुर प्रखंड से आया है. दरअसल महेशपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एनआरएचएम में अनुबंध पर कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों ने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों के तहत काला बिल्ला लगाकर मंगलवार को विरोध प्रदर्शन किया है. अनुबंध कर्मचारी संघ, महेशपुर शाखा के प्रखंड अध्यक्ष आनंद राजा आर्या ने बताया कि संघ के सभी स्वास्थ्य कर्मी अपनी मांगों को लेकर 1 से 3 जून तक काला बिल्ला लगाकर काम करेंगे. उसके बाद भी सरकार नहीं करती है तो होम आइसोलेशन में जाने को बाध्य होंगे.
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काला बिल्ला लगाकर कर्मियों ने काम किया
जिले के ही एक अन्य जगह नगर में भी अनुबंध पर एमपीडब्ल्यू कर्मियों ने भी मंगलवार को काला बिल्ला लगाकर काम किया. कर्मियों का कहना है कि स्वास्थ्यकर्मियों की बहाली मलेरिया विभाग में 2008 को की गयी थी. तब से सभी ईमानदारीपूर्वक अपना काम कर रहे हैं. हालांकि इस दौरान विभाग की तरफ से कर्मियों को अल्प मानदेय दिया जा रहा है. पिछले कई वर्षों से अनुबंध करने अपने नियुक्ति को स्थाई करने की मांग करते रहे हैं. इसके अलावा मानदेय वृद्धि की भी मांग की जा रही है. बावजूद इस पर पहल नहीं किया जा रहा है.
कर्मियों ने कहा है कि कोविड-19 काल में सभी कर्मी फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में कार्य कर रहे हैं. इसलिए एमपीडब्ल्यू कर्मियों की आकस्मिक मौत होने पर 5 लाख और अनुकंपा के आधार पर विभाग में सरकारी नौकरी देने की पहल सरकार करें. कर्मियों ने कहा है कि अपनी मांगों को लेकर 5 जून तक काला बिल्ला लगाकर सरकार का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट करने का काम करेंगे. फिर भी अगर पहल नहीं की जाती है, तो 6 मई से अनिश्चितकालीन कार्य का बहिष्कार करेंगे.
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