Majhgaon (Md Wasi) : मझगांव प्रखंड के पडसा पंचायत अंतर्गत ग्राम सिलफोड़ी में स्थानीय ग्रामीण मुंडा सिंगराय तिरिया की अध्यक्षता में स्थानीय ग्रामीण एवं विद्युत उपभोक्ताओं की विशेष हुई. बिजली उपभोक्ताओं ने कहा कि बिजली विभाग मनमानी कर गांव के 50% परिवारों की बिजली लाइन काट दी है. बिजली विभाग ने 2009 से अब तक एक भी उपभोक्ताओं को बिजली बिल नहीं भेजा. 12 से 13 साल के बाद एकमुश्त भारी भरकम राशि का बिल भेजा है. गांव के गरीब ग्रामीण मजदूरी कर अपना जीवन यापन करते हैं. इतना भारी बिल एकमुश्त कहां से दे पाएंगे. अगर विभाग पहले से ही प्रत्येक माह का बिल भेज देता तो शायद एक भी परिवार बिजली से वंचित ना रह पाता. बिजली विभाग अपनी गलती को छुपाने के लिए हिटलर शाही रवैया अपना रहा है. काटे गए बिजली उपभोक्ताओं का लाइन में कई ऐसे परिवार हैं जो निरंतर बिल जमा कर रहे थे, तब भी उनकी लाइन काट दी गई है. इतना ही नहीं 2016-17 में गांव में लाइन नहीं रहने के कारण सभी ग्रामीणों ने चंदा इकट्ठा कर विद्युत विभाग के जिला कार्यालय चाईबासा में पैसे देकर 100 केवी का ट्रांसफार्मर लेकर आए थे. वही ट्रांसफार्मर अभी गांव में चल रहा है.
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एक तो हम सभी ग्रामीण पैसे देकर ट्रांसफार्मर लाएं उसके बाद भी बिजली विभाग अपने मनमानी के कारण लोगों का लाइन काट दी है. कई उपभोक्ता 2 साल पहले नया कनेक्शन लिए हैं उनका भी विभाग के द्वारा बिल नहीं भेजा गया और अब लाइन काट दी गई है. गांव के 50 से अधिक परिवार अंधेरे में रहने को विवश हैं. ग्रामीणों ने कहा कि किरासन इतना महंगा हो गया है कि खरीदना असंभव है और ऊपर से बिजली विभाग ने लाइन काट दी है. अगर लाइन नहीं जोड़ी जाती है तो सभी ग्रामीण प्रखंड कार्यालय में भूख हड़ताल करेंगे.