New Delhi : आज 29 नवंबर को पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे द्वारा सार्वजनिक जीवन के पांच दशक पूरा किये होने के उपलक्ष्य में एक पुस्तक जारी करेंगी. पुस्तक का संपादन सुखदेव थोराट और चेतन शिंदे ने किया है. यह खड़गे की राजनीतिक व्यस्तता और उनके पांच दशकों पर केंद्रित है.नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
खड़गे 19 अक्टूबर, 2022 को शशि थरूर को हराकर पार्टी अध्यक्ष चुने गये थे
बता दें कि श्री खड़गे 19 अक्टूबर, 2022 को आंतरिक चुनावों में अपने प्रतिद्वंद्वी शशि थरूर को हराकर पार्टी अध्यक्ष चुने गये थे. इस चुनाव में देश भर के 9,000 से अधिक प्रतिनिधियों ने वोट डाले थे. मल्लिकार्जुन खड़गे ने 26 अक्टूबर को पार्टी कार्यालय का कार्यभार संभाला था. कांग्रेस को 24 साल के अंतराल के बाद एक गैर गांधी पार्टी प्रमुख मिल रहा था. बता दें कि कार्यालय में खड़गे का पहला वर्ष का घटनापूर्ण महत्वपूर्ण रहा है.
कांग्रेस को आखिरी गैर-गांधी अध्यक्ष 1996 में मिला था.
कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे ने 19 अक्टूबर को 24 वर्षों में पहले गैर-गांधी अध्यक्ष के रूप में एक वर्ष पूरा कर लिया. पार्टी नेताओं ने आज बुधवार को कहा कि कांग्रेस को आखिरी गैर-गांधी अध्यक्ष 1996 में मिला था. सीताराम केसरी शरद पवार और राजेश पायलट को हराकर पार्टी के शीर्ष पद पर काबिज हुए थे.
10 चुनाव लड़ने वाले मल्लिकार्जुन खड़ग केवल एक बार हारे हैं
खड़गे द्वारा पांच दशक तक राजनीति में बने रहना एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है. 10 चुनाव लड़ने वाले मल्लिकार्जुन खड़ग केवल एक बार हारे हैं. एआईसीसी पदाधिकारी मनीष चतरथ के अनुसार खड़गे में बहुत ऊर्जा बची हुई है. उन्होंने कर्नाटक चुनावों में 25 सार्वजनिक बैठकों में भाग लिया. खड़गे ने पांच राज्यों के चुनावों में सक्रिय रूप से प्रचार किया. तेलंगाना भी इसमें शामिल है.
सोनिया गांधी खड़गे का बहुत सम्मान करती हैं
एआईसीसी पदाधिकारी के अनुसार उन्हें पार्टी की गहरी समझ है. उनका अनुभव पार्टी के लिए मूल्यवान माना जाता है. विपक्षी दलों को एकजुट करने में उनकी भूमिका रही है. सोनिया गांधी खड़गे का बहुत सम्मान करती हैं. पार्टी सूत्रों के अनुसार, पिछले साल खड़गे ने कांग्रेस कार्य समिति का पुनर्गठन करते हुए संगठन में कई बदलाव किये.
पिछले साल हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक विधानसभा चुनाव जीता गया. राहुल गांधी की राष्ट्रव्यापी भारत जोड़ो यात्रा की निगरानी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले खड़गे 2024 में भाजपा से मुकाबला करने के लिए INDIA गठबंधन को लेकर काफी सक्रिय हैं.