Hazaribagh : रामगढ़ की पूर्व विधायक ममता देवी लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा हजारीबाग से सोमवार की शाम चार बजे बाहर निकलीं. पांच अप्रैल को ही झारखंड हाई कोर्ट ने उन्हें जमानत दी थी. जमानत मिलने के बाद कोर्ट की प्रक्रिया पूरी करने पर वह बाहर निकल पाईं. बाहर निकलने के बाद उन्होंने कहा कि जनता की सेवा में आगे भी इसी तरह काम करती रहेंगी. आने वाले 2024 में भले ही वह चुनाव नहीं लड़ पाएंगी, लेकिन आम जनता की आवाज बनकर सेवा करती रहेंगी. उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर वे लोग आगे उच्च न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाएंगी. उन्हें विश्वास है कि उन लोगों को न्याय भी मिलेगा. उन्होंने यह भी कहा कि कोर्ट के आदेश के बाद वह चुनाव तो नहीं लड़ पाएंगी, लेकिन अपने क्षेत्र के मुद्दों को लेकर सरकार तक उनकी बातें जरूर पहुंचाने का काम करती रहेंगी. जेल जाने से उनके मनोबल में किसी भी तरह की कमी नहीं हुई है, बल्कि वह और भी अधिक सशक्त हुई हैं.
12 अप्रैल को रामगढ़ में स्वागत कार्यक्रम
ममता देवी के जेल से बाहर निकलने के बाद बड़े शांतिपूर्ण ढंग से वे अपने संबंधी के आवास में 11 अप्रैल तक रहेंगी. 12 अप्रैल को रामगढ़ में भव्य स्वागत कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. पटेल चौक पर उनका स्वागत होगा और इसके बाद मुख्य चौक-चौराहा से होते हुए जिस जगह पर गोली कांड हुई थी, वहां कार्यक्रम का समापन होगा.
12 दिसंबर 2022 को पांच साल कैद की सुनाई गई थी सजा, विस सदस्यता हुई थी रद्द
हजारीबाग की जिला अदालत ने निजी औद्योगिक इकाई के लिए भूमि अधिग्रहण के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे प्रदर्शनकारियों को हिंसा के लिए उकसाने के मामले में ममता देवी को दोषी करार देते हुए पिछले साल 12 दिसंबर 2022 को पांच साल कैद की सुनाई थी. उसके बाद विधानसभा की सदस्यता से उन्हें अयोग्य करार दे दिया गया था.
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