Manoharpur (Ajay Singh) : प्रखंड के सुदूरवर्ती सारंडा अंर्तगत जराईकेला स्थित फुलवारी गांव में शनिवार को सीआरपीएफ द्वारा कार्यशाला का आयोजन किया गया. वहीं सीआरपीएफ द्वारा गोद लिए गए फुलवारी गांव के ग्रामीणों को विभिन्न मुद्दों को लेकर परिचर्चा किया गया. इस मौके पर सीआरपीएफ बटालियन के सहायक कमांडेंट राजीव कुमार ने ग्रामीणों को वन पर्यावरण की सुरक्षा आदि के बारे जानकारी दी. उन्होंने कहा कि वन पर्यावरण संरक्षण केंद्र सरकार की भावी योजना है. इसके तहत वन पर्यावरण की रक्षा करना सिर्फ सरकार की जिम्मेदारी ही नहीं, बल्कि प्रत्येक नागरिकों का कर्त्तव्य होना चाहिए. उन्होंने वन पर्यावरण को बचाने के अलावा जलवायु परिवर्तन, जलवायु परिवर्तन से जीवन शैली में हो रहे बदलाव के बारे में बताया.
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ग्रामीणों को हर संभव सहयोग देने का दिलाया भरोसा
उन्होंने प्लास्टिक के उपयोग से होनेवाले नुकसान, ट्रैफिक सिग्नल के पास अपने वाहनों को बंद करने, छोटे-छोटे कामों के लिए वाहनों का उपयोग न करने तथा जनजीवन को लेकर मुख्य रूप से पानी व अन्न बचाने की बात कही. कहा कि गांव को गोद लेने का मुख्य मकसद सीआरपीएफ द्वारा प्रशासन के साथ मिलकर गांव का सर्वांगीण विकास में योगदान देना है. उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र की समस्या के निदान के लिए ग्रामीणों को हर संभव सहयोग देने का भरोसा दिलाया. इस मौके पर सीआरपीएफ द्वारा गांव के बच्चों के बीच टॉफी और बिस्किट का वितरण किया गया. इस मौके पर कमांडेंट कपिंग गिल, जराईकेला थाना प्रभारी आशीष कुमार भारद्वाज, ग्राम मुंडा देवनंदन सिंह, सहिया हेमवती देवी, जय सिंह रौतिया, रामेश्वर रौतिया के अलावा काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे.