Manoharpur (Ajay Singh) : मनोहरपुर प्रखंड के सुदूरवर्ती सारंडा के वनग्राम टिमरा की 16 वर्षीय किशोरी घर से भाग कर नया साल मनाने पड़ोस गांव लोड़ो गांव के लिमतूर टोला गई थी. वहां टोला के लोगों ने किशोरी का विवाह 22 वर्षीय युवक सुकराम जोंकों से आदिवासी परंपरानुसार करा दिया. जब इसकी जानकारी गुरुवारी के माता-पिता को मिली तो वे बहत नाराज हुए. अपनी बच्ची को घर वापस लाने के लिए माता-पिता अपने स्तर से काफी प्रयास किया, परन्तु वह असफल रहे. इस मामले को लेकर लोडों गांव में बैठक बुलाई गई.
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समझाने के बाद वापस घर लौटी नाबालिग
बैठक में उपस्थित वार्ड सदस्य राजेश पूर्ती और एस्पायर संस्था ने बच्ची का मुद्दा उठाया. इसके परिणाम व कानूनी प्रक्रियायों के बारे समझाया. इसके बाद ग्रामीणों ने युवक राजेश जोंकों के घर जाकर युवक व नाबालिग लड़की को समझाया और कहा कि इस तरह की शादी कानूनी तौर पर सही नहीं है और अपराध है. इस कार्य में सहयोग करने वाला भी उतना ही दोषी होंगे और इस अपराध में दोषियों को जेल भी जाना निश्चित है. इसके उपरांत नासमझी से घर से भागी नाबालिग लड़की को एस्पायर संस्था और ग्रामसभा के संयुक्त प्रयास से सकुशल उसके घर पहुंचा दिया गया. इस मौके पर सीएफ सुकराम चैरवा, मंजू सवायां, नॉयल सिरका, सोमा समद, मुंडा मंगल सुरीन वार्ड सदस्य राजेश पूर्ति, डकुवा सुनील अंगारिया, टिकुन् सिंह पूर्ति समेत काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे.