Chandil : चांडिल गोलचक्कर पर शहीद खुदीराम बोस स्मारक समिति ने शहीद खुदीराम बोस की जयंती मनाई. समारोह में समिति के सदस्यों ने उनकी तस्वीर पर माल्यार्पण और पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी और नमन किया. मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया. समारोह में समिति के संरक्षक ज्योति लाल महाली ने कहा कि आज खुदीराम बोस के विचारों को गांवों और शहरों में सभी छात्र नौजवानों के बीच पहुंचाना जरूरी है. खुदीराम बोस को मात्र 17 साल की उम्र में अंग्रेजों ने फांसी दे दी थी. उन्होंने कहा कि दो वर्ष पूर्व खुदीराम बोस के शहादत दिवस 11 अगस्त को खुदीराम बोस चौक पर स्मारक समिति ने प्रशासन व अनुमंडल पदाधिकारी से अनुमति लेकर मूर्ति स्थापना व उद्घाटन किया गया था, लेकिन प्रशासन ने उनके शहादत दिवस के दिन ही मूर्ति को उखाड़ कर जब्त कर लिया. ऐसा कर खुदीराम बोस का अपमान किया गया.
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इस पर खुदीराम बोस स्मारक समिति कड़ी निंदा करती है. समिति ने मांग की है कि जल्द उसी स्थान पर खुदीराम बोस की मूर्ति स्थापित की जाए. सरकार इस पर कोई कार्रवाई नहीं करेगी तो समिति आंदोलन करेगी. मौके पर स्मारक समिति के अध्यक्ष मनोज वर्मा, सचिव आशुदेव महतो, सदस्य अनंत महतो, डॉ सुभाष गोराई, अब्दुल खालिक, धीरेन गोढ़, सुभाष गोराई, अनंत कुमार महतो, भुजंग मछुआ, हाराधन महतो, उदय तंतुबाई, प्रभात महतो, युधिष्ठिर प्रमाणिक, विश्वेश्वर महतो, कैलाश महतो, रामप्रसाद लाहा, विद्याधर लाहा, बसंत महतो, महेंद्र लायक, दिलीप लाहा आदि मौजूद थे.