Majhgaon (Md. Wasi) : आदिवासी दिवस पर मुख्य अतिथि कांग्रेसी नेता रितेश कुमार तामसोय की अगुवाई में कुमारडूंगी चौक में सरना झंडा लगा कर सड़क पर बाइक रैली निकला गया. कुमिरता फुटबॉल मैदान में आयोजित आदिवासी दिवस के कार्यक्रम में तामसोय ने कहा कि आदिवासी दिवस आदिवासियों को समर्पित है. विश्व आदिवासी दिवस का उद्देश्य आदिवासी के अधिकारों को संजोये रखना है. भारत के आदिवासियों का इतिहास स्वर्णिम रहा है. आदिवासी दिवस का दिन बेहद खास है. 9 और 10 अगस्त को ”विश्व आदिवासी दिवस” के रूप में पूरी दुनिया में मनाया जा रहा है. देश-विदेश की विभिन्न सरकारों और संगठनों द्वारा आदिवासियों के उत्थान के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, परन्तु अपने अधिकारों के प्रति जागरूकता की कमी के कारण लोगों को सरकार से पर्याप्त सुविधाएं नहीं मिल पाती है. इनके भोलेपन और साक्षर नहीं होने का फायदा उठाकर अधिकारी लोग इनकी ओर ध्यान नहीं देते.
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नया वन संरक्षण नियम वनाधिकार को खत्म करने का प्रयास है
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समय-समय पर ये लोग धरना प्रदर्शन व हड़ताल करते हैं. ज्यादातर इनकी मांगों पर ध्यान देने की बजाय इन पर हिंसात्मक कार्रवाई करते हैं. आदिवासियों ने कई दशकों तक अपने वनाधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी जिसके फलस्वरूप वन अधिकार कानून-2006 आया. अब नया वन संरक्षण नियम 2023 लागू कर सालों के संघर्ष और वनाधिकारों को एक झटके में खत्म करने का प्रयास किया जा रहा है. इससे देश में पहले से चल रहे आदिवासियों के विस्थापन और बचे-खूचे जंगलों के खात्मे की प्रक्रिया और तेज हो रही है. मौके पर विशिष्ट अतिथि सुखलाल हेमब्रम, दुलेन तामसोय, ग्रामीण मुण्डा संग्राम तामसोय, रामेश्वर, विकास, गोपाल, प्रलाद, सादा, समीर, दसकन, प्रताप, सुशील, शुभनाथ, गोपाल, मंजू, सरिता पिंगुवा, सुमंजीत बिरुवा, सवित्री तामसोय, लक्ष्मी तामसोय, घनश्याम पिंगुवा, बल्बद्र लागुरी एवं ग्रामीण उपस्थित थे.