Hazaribagh: स्वास्थ्य सचिव अरुण कुमार सिंह बुधवार को शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज पहुंचे. सचिव ने मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया. सचिव ने मेडिकल कॉलेज के लैब, ट्रामा सेंटर, ओपीडी और गायनी वार्ड समेत कई विभागों का निरीक्षण किया. उन्होंने मेडिकल कॉलेज में पढ़ रहे प्रशिक्षुओं से पूछताछ की. उनके हॉस्टल जाकर मूलभूत सुविधाओं की जानकारी ली. स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि राज्य के दुमका, पलामू और देवघर से हजारीबाग का शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज बेहतर है. 100 में से 75 अंक हजारीबाग मेडिकल कॉलेज को दिया जा सकता है.
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि मूलभूत आवश्यकता को मजबूत करने की कवायद शुरू की जा रही है. इसके साथ ही मेडिकल कॉलेज परिसर में ही 500 बेड का अस्पताल का निर्माण किया जा रहा है. वहीं नर्सिंग कॉलेज भी बनाया जाएगा, इसमें लड़कियां पढ़ सकेंगी और चिकित्सा के क्षेत्र में मुकम्मल स्थान हासिल कर सकेंगी. निरीक्षण के क्रम में डीसी नैंसी सहाय, अधीक्षक विनोद कुमार और सिविल सर्जन एसपी सिंह समेत कई पदाधिकारी और डॉक्टर मौजूद थे.
मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था दुरुस्त हो : अवधेश सिंह
कॉलेज का निरीक्षण करने पहुंचे राज्य सरकार के स्वास्थ्य सचिव अरुण कुमार सिंह से जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अवधेश कुमार सिंह और जिला ओबीसी के अध्यक्ष सुरजीत नागवाला ने मुलाकात की. साथ ही हॉस्पिटल की व्यवस्था को लेकर शिकायत की. अवधेश ने कहा कि मेडिकल कॉलेज में 200 डॉक्टरों की नियुक्ति है. उसके बावजूद बहुत सारे डॉक्टर यहां से वेतन तो लेते हैं, लेकिन अपनी सेवा प्राइवेट नर्सिंग होम में देते आ रहे हैं. ऐसे डॉक्टरों पर कड़ी कार्रवाई करने की आवश्यकता है.
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अवधेश ने कहा कि पूरे उत्तरी छोटानागपुर जोन में शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में गांव से ज्यादा मरीज आते हैं. इसलिए यहां की व्यवस्था एकदम से दुरुस्त रहनी चाहिए. ओबीसी जिला अध्यक्ष ने कहा कि मेडिकल कॉलेज के ट्रामा सेंटर में एक अदद थर्मामीटर भी नहीं मिल पाता है, जो यहां की कुव्यवस्था को दर्शाता है. गरीब मरीज बहुत उम्मीद से मेडिकल कॉलेज आते हैं. लेकिन यहां की व्यवस्था से लोगों में निराशा की भावना उत्पन्न होती है. इसे जल्द सुधारें. सचिव ने पूरे मामले को संजीदगी से समझा. कहा कि बहुत जल्द इस मामले पर कार्रवाई करेंगे. यहां की व्यवस्था को सुधारने का काम करेंगे.
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