NewDelhi : जम्मू-कश्मीर में लगातार जारी टारगेट किलिंग पर गृह मंत्रालय में बैठकों का दौर जारी है. गृह मंत्री अमित शाह के अलावा जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, NSA अजीत डोवाल, रॉ चीफ, आर्मी चीफ, जम्मू-कश्मीर के DGP दिलबाग सिंह, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, CRPF के महानिदेशक कुलदीप सिंह और SSB के प्रमुख शामिल हैं. सूत्रों के अनुसार पहले दौर की बैठक खत्म हो गयी है. दूसरे दौर की बैठक 3 बजे शुरू होगी. इसके बाद मंत्रालय की ओर से बयान जारी किये जाने की संभावना है.
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सैकड़ों परिवार कश्मीर छोड़ चुके हैं
घाटी में लगातार हो रही हिंदुओं की हत्या के बाद कश्मीरी पंडितों ने पलायन करने की चेतावनी दी है, वहीं कुलगाम और अनंतनाग में हालात और खराब होते जा रहे हैं. सरकारी आश्वासनों और जिला मुख्यालयों पर सुरक्षित पोस्टिंग के वादे के बावजूद गुरुवार को लगातार दूसरे दिन कश्मीरी पंडित कर्मचारियों द्वारा श्रीनगर से जम्मू की ओर पलायन किये जाने की खबर है. अब अन्य हिंदू कर्मचारी भी जम्मू की ओर रुख कर रहे हैं. सैकड़ों परिवार कश्मीर छोड़ चुके हैं, वहीं सैकड़ों छोड़ने वाले हैं। कई लोग रात के अंधेरे में पलायन कर रहे हैं.
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पुलिस हर जगह तो सुरक्षा नहीं दे सकती
गांदरबल, श्रीनगर और दक्षिण कश्मीर के ट्रांजिट कैंपों में रहने वाले हिंदुओं ने आरोप लगाया कि पुलिस उन्हें गेट के बाहर नहीं जाने दे रही. श्रीनगर के देहाती इलाके से गाड़ी पकड़ने शहर पहुंचे एक कर्मचारी ने बताया, ‘सरकार ने हमें जिला मुख्यालयों पर पोस्टिंग दी है, लेकिन यह काफी नहीं है. दूध-किराना के लिए बाजार जाना होता है. बच्चे स्कूल कैसे जायेंगे? पुलिस हर जगह तो सुरक्षा नहीं दे सकती. इसलिए यही विकल्प है कि किसी तरह जम्मू पहुंच जायें. बाकी बातें बाद में सोचेंगे, एक अन्य कर्मचारी ने कहा. जिला मुख्यालय पर सभी गैर-मुस्लिमों की पोस्टिंग देना भी खतरनाक बात है. इसका मतलब यह हुआ कि स्थानीय कर्मचारी दूसरी जगह ट्रांसफर होंगे. इससे तो हालात और खराब हो जायेंगे. इसलिए हम जा रहे हैं.
खीर भवानी मेले का बहिष्कार करेंगे कश्मीरी पंडित
कश्मीर में काम करने वाले कश्मीरी पंडित इस साल खीर भवानी मेले का विरोध करेंगे. यह मेला 8 जून को होना है. बता दें कि यह कश्मीरी पंडितों के लिए मुख्य त्योहार होता है. यह धार्मिक सद्भाव और कश्मीरियत का प्रतीक बताया जाता है. इसके इंतजाम के लिए मुस्लिम समुदाय के लोग भी मदद करते हैं.