Kiriburu : सेल एग्जक्युटिव फेडरेशन ऑफ इंडिया (सेफी) के आह्वान पर झारखंड ग्रुप ऑफ माइंस के ऑफिसर्स एसोशिएसंस के पदाधिकारियों ने सेल के मेघाहातुबुरु लौह अयस्क खदान के गेट पर सामूहिक सभा की. इसमें जूनियर ऑफिसर 2008 व 2010 बैच के अधिकारियों का पे एनॉमली आज तक निस्तारण नहीं करने तथा अधिकारियों की बहुत से एलाउंसेस (पीआरपी) इस पे-रिविजन के साथ कटौती किए जाने का विरोध किया गया. सभा में आगे की रणनिति तय की गई.
2008 व 2010 बैच के अधिकारियों की वेतन विसंगति दूर करने की मांग 2012 से चल रही
जूनियर ऑफिसर 2008 व 2010 बैच के अधिकारियों की वेतन विसंगति को दूर करने की चर्चा जनवरी 2012 से चल रही है, लेकिन इसका निस्तारण आज तक नहीं हो पाया. सेल प्रबंधन कभी भी इसके प्रति सीरियस नहीं रहा. बीते शनिवार को पे-रिविजन की फाइल बोर्ड ऑफ डायरेक्टर की मंजूरी के बाद इस्पात मंत्रालय में सहमति के लिए गयी हुई है, अगर जनवरी 2017 के पे-रिविजन लागू करने के पहले जूनियर ऑफिसर 2008 व 2010 बैच के अधिकारियों की वेतन विसंगति दूर नहीं हो पाती है तो फिर यह मामला लटक जाएगा. जूनियर ऑफिसर 2008 व 2010 बैच के अधिकारियों की वेतन विसंगति को दूर करने लिए सेल प्रबंधन ने जो समिति बनाई है वह समय रहते हुए दूर नहीं हो पायी तो इसका खामियाजा इन अधिकारियों को 2027 के पे-रिविजन तक भुगतना पड़ेगा. अधिकारियों के पे-रिविजन के एरियर भुगतान की राशि जो आज होने वाली है उससे विगत वर्षों की निगेटिव पीआरपी कटौती तथा बहुत से एलाउंसेस को जनवरी 2017 के पे-रिवीजन के साथ लागू नहीं करने का नाकारत्मक दृष्टिकोण सेल प्रबंधन का दिख रहा है, जिससे अधिकारियों के इतने साल इंतजार करने के उपरांत भी लागू करने में संशय की स्थिति बनी हुई है. दूसरे महारत्नों की तरह सैलरी के साथ-साथ प्रत्येक सुविधा भी सेल में दिन-रात कार्य करने वाले अधिकारियों को मिलनी चाहिए. विगत वर्षों में मैनेजमेंट ट्रेनी के ज्वाइननिंग में देखने को मिली कि पे-रिविजन लागू नहीं होने के कारण 20 से 30 प्रतिशत मैनेजमेंट ट्रेनी योगदान अपना देने के बाद सेल छोड़कर दूसरे महारत्नों में चले गए. सेल प्रबंधन अधिकारियों के पे-रिविजन से जुड़ी विसंगति दूर नहीं करता है अथवा एलाउंसेस को संपूर्ण रुप से लागू नहीं करता है तो इसके दुष्प्रभावी परिणाम आने वाले समय में देखने को मिलेगें. इस सभा में किरीबुरु-मेघाहातुबुरु ऑफिसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अवधेश कुमार सहित महाप्रबंधक (प्लांट) राजीव कुमार बर्मन, महाप्रबंधक (विद्युत) मनीष राय, उप महाप्रबंधक (विद्युत) जीके नायक, सहायक महाप्रबंधक अजीत कुमार, सीताराम महतो, वरिष्ठ प्रबंधक राजु कुमार और कृष्णा सोर्न तथा सहाएक प्रबंधक जैकी अहमद इत्यादि उपस्थित थे.