राजेंद्र प्रसाद साहू हत्याकांड के बाद इस कोयला क्षेत्र में शुरू हुआ उग्रवादियों का तांडव
घटनास्थल से लौटकर सुनील कुमार
Latehar : जिला मुख्यालय से महज 15 किलोमीटर दूरी पर स्थित दामोदर वैली कॉरपोरेशन डीवीसी की महत्वाकांक्षी तूबेद कोलियरी में जेएलटी के उग्रवादियों ने जमकर उत्पात मचाया है. बीती रात झारखंड लाल टाइगर नामक उग्रवादी संगठन ने पर्चा छोड़ते हुए कोलियरी के सबसे कीमती एवं महत्वपूर्ण कंप्यूटराइज्ड कांटा घर को फूंक डाला. वहीं तैनात सुरक्षा कर्मियों एवं कोलियरी के कर्मचारियों को बंधक बनाकर लगभग दो घंटे तक पिटाई की.
हथियारबंद वर्दीधारियों ने कोलियरी कर्मियों को धमकी दी
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आधा दर्जन हथियारबंद वर्दीधारियों ने जोहार झारखंड, जय झारखंड, झारखंड लाल टाइगर संगठन जिंदाबाद का नारा लगाया. साथ ही कोलियरी कर्मियों को धमकी दी. कहा कि बिना संगठन को मैनेज किये, अगर कोलियरी चलता है तो इससे भी बुरा अंजाम भुगतने को तैयार रहना. उग्रवादियों ने कांटा घर के कर्मचारी ताज अंसारी और सोनू कुमार की जमकर पिटाई की. उग्रवादियों की पिटाई से घायल दोनों कांटा कर्मियों ने किसी तरह से भाग कर अपनी जान बचाई. वहीं कोलियरी में तैनात इंडिगो फोर्स के जवानों की भी जमकर पिटाई की गयी. पिटाई होते देखकर अन्य कर्मी और जवान भी वहां से भाग गये.
धमकी भरा मैसेज भेजने के तीन बाद दिया घटना को अंजाम
बताया जा रहा है कि बीते गुरुवार को कोलियरी प्रबंधन के एक अधिकारी को अगले दिन से काम बंद करने और बिना मैनेज किये काम करने पर अंजाम भुगतने की धमकी भरा मैसेज भेजा गया था. कंपनी कर्मियों ने मैसेज को पुलिस प्रशासन को फॉरवर्ड करते हुए सुरक्षा की आग्रह लगायी थी. रविवार की रात घटना को अंजाम दे दिया गया. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि उग्रवादी लोग इतने उग्र थे कि अगर उनका विरोध किया जाता तो वे उनकी हत्या कर देते. बताया जाता है कि उग्रवादियों ने कई राउंड फायरिंग भी की है. जिससे इलाके में दहशत भरा माहौल है.
देर रात ही इलाके को सील कर की गयी छापेमारी
कंपनी के अधिकारी बलराम पांडेय ने स्थानीय थाना पुलिस को रात में ही जानकारी दी. घटना की सूचना पाकर रात करीब 2:30 बजे थाना प्रभारी आशुतोष कुमार, पुलिस अवर निरीक्षक गौरव सिंह और दिवाकर रजक घटनास्थल पर पहुंचे और आसपास के इलाके को सील कर छापेमारी की. लेकिन हथियारबंद लोगों का पता नहीं चल पाया. ग्रामीणों का कहना है कि घटनास्थल से कुछ दूरी पर दो बोलेरो लगी हुई थी, जिसमें नंबर नहीं था. संभवत उग्रवादियों का दस्ता उसी में सवार होकर आये थे और घटना को अंजाम देकर कुंदरी ग्राम के रास्ते भाग निकले.
शुरू हो गया उग्रवादियों का तांडव
लगभग 3 वर्षों से जारी इस कोलियरी की यह पहली घटना है, जब किसी संगठन ने क्षति पहुंचाया है. डीवीसी के कार्यकारी निदेशक जी मंडिया के अनुसार, इस आगजनी से लाखों की क्षति हुई है. कांटाघर जल जाने से रेजिंग, लोडिंग एवं ट्रांसपोर्टिंग का काम तत्काल प्रभावित हो गया. कभी माओवादियों का गढ़ कहा जाने वाला तूबेद क्षेत्र में जेएलटी जैसे संगठन द्वारा इस तरह की घटना को अंजाम देना, इस बात का प्रमाण है कि यहां एक नया उग्रवादी संगठन पांव पसार रहा है.