- क्या हैं मिल्लेट्स खेती के फायदे
- यह कम पानी में हो जाती है पैदावार
- इसे वर्षों तक भंडारित किया जा सकता है
- पौधों या फसलों में कीटों का कोई प्रकोप नहीं के बराबर
Ranchi : मिल्लेट्स को लेकर फिया फाउंडेशन की ओर से सप्तऋषि तुपुदाना में दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ. इस अवसर पर फाउंडशन के राज्य प्रमुख जॉनसन तोपनो ने कहा देश में डायबिटीज और अन्य बीमारियां हरित क्रांति की दुष्परिणाम है. पूरा विश्व इसका समाना कर रहा है. वहीं दुनिया आज जलवायु परिवर्त्तन की चुनौतियों से जूझ रही है . इसका मुकाबला करना है, तो हमें मिल्लेट्स खेती की तरफ वापस जाना ही होगा. (पढ़ें, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर बॉलीवुड सेलेब्स ने किया योगाभ्यास, लोगों को दी योग दिवस की बधाई)
मिल्लेट्स की खेती के लिए झारखंड में वर्त्तमान वित्तीय वर्ष में 50 करोड़ का प्रावधान
झारखंड सरकार ने मिल्लेट्स की खेती के लिए वर्त्तमान वित्तीय वर्ष में 50 करोड़ का प्रावधान किया है. स्वतंत्र शोधकर्ता एवं मिल्लेट्स मामलों के विशेषज्ञ शौमिक बनर्जी ने बताया कि भारत या दक्षिण एशिया में के मूल मोटे अनाज कोदो, कुटकी, सावां हैं. 1942 में जब बंगाल में अकाल पड़ा था, उस दौरान भी संताल के गोड्डा, राजमहल जैसे पहाडी इलाकों में इसका गंभीर प्रभाव नहीं पड़ा था. क्योंकि वहां स्थानीय मिल्लेट्स, दालें, कटहल, जामुन, कुसुम जैसे प्रकृति अनुकूल खाद्य पदार्थ उपलब्ध थे.
इसे भी पढ़ें : मोदी की अमेरिका यात्रा : 75 यूएस सांसदों ने बाइडेन को लिखा पत्र, भारत में मानवाधिकारों का हनन, धार्मिक असहिष्णुता बढ़ने पर भी बात हो
बच्चों की थालियों तक पोषण युक्त खाद्य पहुंचाना जरूरी
सुप्रीम कोर्ट के पूर्व राज्य सलाहकार सदस्य बलराम ने कहा वैश्विक स्तर पर भारत सहित सभी देशों में अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष मनाया जा रहा है. हमें बेहद सावधानी के साथ मिलेट्स खेती करनी पड़ेगी. ऐसा न हो कि ये पोषण युक्त खाद्य हमारे बच्चों की थालियों तक न पहुंच कर सिर्फ बड़ी कंपनियों के कब्जे में चले जाएं. कार्यशाला को महिला उद्यमी सह अजम एजेम्बा की फाउंडर सदस्या अरुणा तिर्की ,आरआर नेटवर्क की पारम्परिक बीज संरक्षण सह भंडारण विशेषज्ञ भाग्य सब्यासाची ने भी संबोधित किया. कार्यक्रम में अशर्फीनंद प्रसाद, जवाहर मेहता, विनोद कुमार, प्रेमा कुमारी, मिथिलेश कुमार, बापी गोराई, कुलदीप कुमार बड़ाईक, विवेक राय, विश्वरूप, जिबदास साहू सहित 80 से अधिक प्रतिभागी शामिल हुए .
इसे भी पढ़ें : CID ने दो साइबर अपराधियों को किया गिरफ्तार, एयर एशिया का कस्टमर केयर बनकर की थी 2.50 लाख की ठगी