- संगठन की पेंच कसकर झारखंड में कांग्रेस ने मिशन मोड पर शुरू किया काम
- 2019 में हारी हुई 6 सीटों पर कांग्रेस का फोकस, नेताओं के दौरे और बैठकों का दौर तेज
Ranchi : 10 साल के वनवास के बाद कांग्रेस 2024 में केंद्र की सत्ता में वापसी की राह तलाश रही है. कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मिली जीत के बाद कांग्रेस को उम्मीद जगी है कि 2024 में मोदी का किला हिल सकता है. मिशन 2024 के लिए पार्टी ग्रासरूट लेबल पर खुद को मजबूत करने के लिए रणनीति बनाकर काम कर रही है. झारखंड के भी 14 लोकसभा सीटों में अधिक से अधिक सीटें कांग्रेस या यूपीए गठबंधन के खेमे में आए इसके लिए कांग्रेस के नेता पसीना बहा रहे हैं. जनवरी से अप्रैल महीने तक कांग्रेस ने मोदी सरकार के खिलाफ यात्राओं की बड़ी शृंखला खड़ी की. भारत जोड़ो यात्रा, संघर्ष यात्रा और सत्याग्रह यात्रा जैसे कार्यक्रमों से पार्टी को प्रदेश में काफी बल मिला है. वहीं प्रदेश से लेकर मंडल कार्यसमिति में पदाधिकारियों की नियुक्ति हो चुकी है. पार्टी के प्रदेश प्रभारी, प्रदेश प्रभारी समेत सभी वरिष्ठ नेता लगातार प्रदेश के जिलों के दौरे कर रहे हैं. नए लोगों को पार्टी में तो जोड़ा ही जा रहा है, पार्टी छोड़कर गये पुराने कार्यकर्ताओं को भी वापस लाने के लिए आ अब लौट चलें अभियान चलाया जा रहा है.
हारी हुई 6 सीटों पर खूब पसीना बहा रही है
झारखंड में कांग्रेस योजनाबद्ध तरीके से चुनाव की तैयारी कर रही है, लेकिन वह 14 में से कितनी सीटों पर चुनाव लड़ेगी, यह अभी कहा नहीं जा सकता. जिस तरह देश में भाजपा के खिलाफ विपक्षी पार्टियां एकजुट हो रही हैं और कर्नाटक में सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में एक मंच पर जिस तरह विपक्षी एकता दिखी है, उससे यह साफ है कि झारखंड में कांग्रेस अपने सहयोगी झामुमो के साथ ही मिलकर चुनाव लड़ेगी. झारखंड में पिछली बार कांग्रेस ने 7 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन सिर्फ एक सीट में ही उसे जीत मिली थी. इस बार हारी हुई 6 सीटों पर खूब पसीना बहा रही है.
कांग्रेस की चुनावी तैयारी
- प्रत्येक बूथ पर 10 यूथ का चयन किया जा रहा है
- सभी जिलों में जिला समितियों का पुनर्गठन किया गया है
- जिला, प्रखंड और मंडल समितियों में 30 हजार पदाधिकारियों का चयन हुआ
- वार्ड और बूथ स्तर पर स्थाई समिति के गठन की प्रक्रिया चल रही है
- 5 से 10 तारीख के बीच जिला पदाधिकारियों का बैठक हो रही है
- 10 से 15 तारीख तक प्रखंड और मंडल समिति की बैठकें
- कांग्रेस ने आ अब लौट चलें अभियान शुरू किया है
- सभी जिलों से पार्टी में वापस आने के इच्छुक नेताओं के नाम मांगे गए हैं
- 6 साल बाद कांग्रेस की प्रदेश कमेटी का गठन हुआ है
- राज्य के सभी 81 विधानसभा और 24 जिलों में प्रभारी नियुक्त किए हैं
- झारखंड में भारत जोड़ो की उपयात्रा से हर जिले में जनता के बीच पहुंची कांग्रेस
- राज्य के 24 जिलों में 1950 किलोमीटर भारत सत्याग्रह यात्रा निकली गई
2019 में 7 सीटों पर कितने वोट से जीती-हारी थी कांग्रेस
लोकसभा सीट कांग्रेस प्रत्याशी हार/जीत का अंतर
सिंहभूम गीता कोड़ा 72155 वोट से जीतीं
चतरा मनोज यादव 377871 वोट से हारे
धनबाद कीर्ति आजाद 486194 वोट से हारे
रांची सुबोधकांत सहाय 283026 वोट से हारे
खूंटी कालीचरण मुंडा 1445 वोट से हारे
लोहरदगा सुखदेव भगत 10363 वोट से हारे
हजारीबाग गोपाल साहू 479548 वोट से हारे