- इस बार लोस चुनाव में यूपीए के पार्टनर राजद और एनडीए के आजसू की कठिन हो सकती है डगर
- पिछले चुनाव में यूपीए फोल्डर में दरार पड़ने के कारण राजद दोनों पलामू और चतरा में हुए था परास्त
- एनडीए फोल्डर से लड़े आजसू प्रत्याशी चंद्रप्रकाश चौधरी लहराया था परचम
Kaushal Anand
Ranchi: लोकसभा चुनाव 2024 होने में अब एक साल से भी कम का समय बच गया है. मगर इसे लेकर झारखंड में सभी दल अपने-अपने स्तर से तैयारी, सीट शेयरिंग और गुणा-भाग करने में जुट गए हैं. राजद जिसको पिछले बार यूपीए फोल्डर के केवल एक सीट मिली थी. मगर राजद चतरा में भी प्रत्याशी उतार दिया. इसके कारण चतरा में कांग्रेस और राजद के बीच दोस्ताना संघर्ष हुआ, जिसमें दोनों ही पार्टियों के प्रत्याशी बुरी तरह से हार गए थे. मगर आजसू पार्टी की बात करें तो एनडीए फोल्डर में साथ मिलकर लड़ने से फायदा हुआ और पहली बार झारखंड गठन के बाद आजसू पार्टी की उपस्थिति संसद में हुई.आजसू के चंद्रप्रकाश चौधरी गिरिडीह सीट से लोकसभा जीतकर संसद पहुंचे. यूपीए एवं एनडीए के दो अहम पार्टनर राष्ट्रीय जनता दल एवं आजसू पार्टी की बात करें तो इस बार स्थिति और परिस्थिति बहुत ही अलग बनती दिख रही है. मगर दोनों ही दल अपने-अपने स्तर से दावे और प्रतिदावे करने में जुटे हैं.
पिछले चुनाव में राजद की स्थिति
-यूपीए फोल्डर में राजद और कांग्रेस के बीच पड़ी थी दरार, कांग्रेस ने केवल एक सीट दिया पलामू, जबकि राजद ने चतरा में भी सुभाष यादव को उतार दिया था. दोनों सीटें राजद हार गई.
-चतरा में भाजपा प्रत्याशी को सुनील कुमार सिंह को कुल 5,28,077 मत मिले, जबकि कांग्रेस के मनोज कुमार यादव को 1,50,206 वहीं राजद के सुभाष यादव कवे 83,425 मत ही प्राप्त हो सका और तीसरे नंबर पर लुढ़क गए.
-पलामू संसदीय सीट की बात करें तो भाजपा के बीडी राम को 4,77,606 मत जबकि राजद के घूरन राम को 2,78,053 मत प्राप्त हुए.
इस बार राजद की दावेदारी फिर होगी चार सीटों पर
इस बार फिर राजद ने यूपीए फोल्डर के तहत फिर से पिछली बार की तरह चार सीटों पर दावेदारी की तैयारी शुरू कर दी है. जिसमें पलामू, चतरा के अलावे गोड्डा, कोडरमा पर भी दावेदारी करेगा. राजद कोडरमा में यादव आबादी की बहुलता और गत विधानसभा चुनाव में कई गोड्डा संसदीय सीट के कई सीटों पर कम मार्जिन से हारने को आधार बना सकती है. जबकि गोड्डा से खुद झामुमो और कांग्रेस की दावेदारी पहले से है. रही बात कोडरमा की तो इस सीट पर कांग्रेस की स्वाभाविक दावेदारी हमेशा से ही रही है. ऐसे में यूपीए फोल्डर से फिर इस बार राजद को खुश करना बड़ी समस्या बनकर उभरेगी.
पिछले लोकसभा चुनाव में आजसू की स्थिति
-आजसू पार्टी ने गत 2019 के लोकसभा चुनाव में दो सीट हजारीबाग एवं गिरिडीह पर दावा किया था. भाजपा ने अपने प्री-पोल एलायंस पार्टनर को अपने सीटिंग सीट रवींद्र पांडेय को टिकट काटकर गिरिडीह आजसू पार्टी को दिया था. यह भाजपा के लिए एक जुआ से कम नहीं था. मगर आजसू पार्टी ने निराश नहीं किया, आजसू पार्टी ने गिरिडीह फतह करके एनडीए के झोली में सीट डाल दी.
– आजसू पार्टी प्रत्याशी चंद्रप्रकाश चौधरी को कुल 6,48,277 जबकि यूपीए फोल्डर के झामुमो प्रत्याशी जगरनाथ महतो को 3,99,930 मत प्राप्त हुए.
आजसू पार्टी इस बार फिर दो सीटों पर कर सकती है दावा
आजसू पार्टी इस बार फिर से दो सीट गिरिडीह के अलावे हजारीबाग सीट पर दावेदारी की तैयारी शुरू कर दी है. मगर इस बार आजसू को कितना सीट मिलता है, यह देखने वाली बात होगी. भाजपा खेमे से आ रही जानकारी के अनुसार, भाजपा-आजसू के बीच जो केंद्रीय स्तर पर चल रही उच्चस्तरीय वार्ता के अनुसार आजसू को इस बार शायद भाजपा एक सीट भी लोकसभा में न दे. इसके बदले भाजपा विधानसभा में आजसू पार्टी को अधिक सीटें दे सकती हैं. वैसे भी आजसू पार्टी का मुख्य फोकस क्षेत्रीय स्तर पर विधानसभा चुनाव और एनडीए की सरकार बनने पर सरकार में अधिक से अधिक हिस्सेदारी पर है. जिस पर आजसू पार्टी प्रमुख सुदेश महतो सहमत भी चुके हैं. मगर अभी अधिक कुछ कहना जल्दबाजी होगी.