New Delhi : केन्द्र सरकार के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ सोमवार को विभिन्न किसान यूनियनों के भारत बंद का देश में मिला जुला असर देखने को मिला. वहीं हरियाणा, पंजाब और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इस बंद का खासा असर देखने को मिला. वहां प्रदर्शनकारियों ने राजमार्गों और सड़कों को अवरुद्ध कर दिया , जिससे जनजीवन पर काफी असर पड़ा. कई स्थानों पर प्रदर्शनकारी रेल की पठरियों पर भी बैठ गये जिससे रेल यातायात प्रभावित हुआ. कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे 40 से अधिक किसान यूनियन का नेतृत्व कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने बंद को सफल बताया है. वहीं भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने एक बार फिर दोहराया कि किसान वार्ता के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा, “हम सरकार के साथ बात करने के लिए तैयार हैं मगर कोई बातचीत हो ही नहीं रही.
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वाहनों के नहीं चलने से लोगों को परेशानी
उत्तर भारत में बंद के कारण ट्रेनों के रद्द होने या देरी से चलने के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा. बंद का असर गुड़गांव, गाजियाबाद, नोएड़ा सहित दिल्ली एनसीआर में देखने को मिला. ओडिशा में भी बंद के कारण जनजीवन प्रभावित रहा. वहां बाजार बंद रहे तथा सड़कों पर अन्य दिनों की तुलना में वाहन काफी कम चले.
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पश्चिमी बंगाल में भी बंद का असर
पश्चिमी बंगाल में भी बंद का असर देखा गया. वहां बाम मोर्चे ने बंद के आह्वान का समर्थन किया है. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कोलकाता सहित राज्य के अन्य हिस्सों में मुख्य सड़कों को जाम कर दिया. जिसका असर जनजीवन पर पड़ा. भारत बंद का मध्यप्रदेश के ओद्योगिक शहर इंदोर में कोई खास असर नजर नहीं आया. पर तमिलनाडु में बंद का मिला जुला असर देखने को मिला. वेंगलूरू में बंद के दौरान वाहनों की आवाजाही बाधित रही. तेलंगाना में कांग्रेस, वामदलों और तेलगुदेशम पार्टी और अन्य ने राज्य के विभिन्न स्थानों में प्रदर्शन किया. झारखंड, बिहार में किसानों के भारत बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला. उधर महाराष्ट्र में भी बंद का मिलाजुला असर देखा गया. पर मुम्बई में वाणिज्यिक प्रतिष्ठनों में कामकाज और स्थानीय परिवहन सेवाएं सामान्य रही. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है और ट्वीट के माध्यम से कहा है कि किसानों का अहिंसक सत्याग्रह आज भी अखंड है. लेकिन शोषण करने वाली सरकार को यह पसंद नहीं है. इसलिये भारत बंद है.
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हमारा बंद सफलः टिकैत
इस बीच भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि किसानों का आज का भारत बंद कामयाब रहा और संयुक्त किसान मोर्चा आगे की रणनीति तय करेगा. संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि बंद का अप्रत्याशित असर हुआ. उन्होंने कहा है कि हम सबकुछ तो बंद नहीं कर सकते, क्योंकि हमें लोगों की आवाजाही भी जारी रखनी है.