NewDelhi : मोदी सरकार प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट(Places of Worship Act) को खत्म करने के लिए विधेयक लाने जा रही है. भाजपा नेता और पूर्व राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी ने इस दिशा में इशारा किया है. स्वामी के अनुसार उन्हें यह जानकारी कुछ अधिकारियों से हवाले से मिली है. जान लें कि सुब्रमण्यन स्वामी ने प्लेसज ऑफ वर्शिप एक्ट को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दे रखी है. इस कानून में 15 अगस्त 1947 तक धार्मिक स्थलों की जो प्रकृत्ति है, उन्हीं को कायम रखने का प्रावधान है. इस कानून में अयोध्या के राम जन्मभूमि स्थल को अपवाद माना गया है.
I am hearing from officials that Places of Worship Act is being scrapped Modi government by bring a Bill to delete the Act. My WP was in an advanced state of conclusion and I would have won the case at least for Krishna Janmashtami Bhoomi temple and Gyan Vapi Kashi Vishwanath
— Subramanian Swamy (@Swamy39) December 9, 2022
मैं यह केस जीत लेता : सुब्रमण्यन स्वामी
सुब्रमण्यन स्वामी ने ट्वीट किया कि अधिकारियों से पता चला है कि उपासना स्थल कानून हटाया जा रहा है. मोदी सरकार विधेयक लाकर इस कानून को खत्म करेगी. मेरे रिट पिटिशन (आज्ञापत्र) पर सुनवाई अब पूरी होने वाली थी. मैं यह केस जीत भी लेता- कम से कम कृष्ण जन्मभूमि मंदिर और ज्ञानवापी काशी विश्वनाथ मंदिर के लिए.
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उपासना स्थल कानून क्या कहता है
पूजा स्थल (विशेष प्रावधान) अधिनियम 18 सितंबर, 1991 को संसद से पारित हुआ है. इसके अनुसार 15 अगस्त, 1947 तक अस्तित्व में आये किसी भी धर्म के पूजा स्थलों को दूसरे धर्म के पूजा स्थलों में नहीं बदला जा सकता. उसका जो भी धार्मिक स्वरूप 15 अगस्त, 1947 को था, वही आगे भी रहेगा. हालांकि इस कानून का विरोध करने वाले इसे संविधान की मूल भावना के खिलाफ बताते हैं.
उनके अनुसार पिछली तारीख से कानून लागू करना संवैधानिक नहीं है. कहा कि भारत पर सदियों से आक्रमणकारियों ने आक्रमण किए और यहां के मंदिरों को तोड़ा. इतिहास में हुए अन्याय के लिए न्याय पाने का रास्ता भी बंद कर दिया जाये, ऐसा दुनिया में कहीं और उदाहरण नहीं है.
मथुरा शाही ईदगाह मस्जिद का मामला अदालत में है
वर्तमान में मथुरा में शाही ईदगाह मस्जिद और काशी में ज्ञानवापी पर हिंदू पक्ष का दावा है. ऐतिहासिक तथ्यों के आधार पर दावा किया गया है कि मथुरा में श्री कृष्ण जन्मभूमि पर बने मंदिर और काशी में काशी विश्वनाथ मंदिर को तोड़कर मस्जिद बनाई गयी है. मथुरा शाही ईदगाह मस्जिद का मामला अदालत में है. अदालत के आदेश पर मस्जिद का सर्वे किया गया है. हिंदू पक्ष काशी विश्वनाथ मंदिर (मस्जिद) के वजूखाने में शिवलिंग मिलने का दावा कर रहा है. इन परिस्थितियों में केंद्र सरकार पर दबाव है कि उपासना स्थल कानू संसद से निरस्त किया जाये.