LagatarDesk : सरकार बहुत जल्द एलआईसी का आईपीओ लाने वाली है. सरकार अगले साल मार्च तक एलआईसी के आईपीओ पेश करेगी. सरकार एलआईसी में अपनी 5 से 10 फीसदी हिस्सेदारी बेचेगी. इस आईपी के जरिये सरकार 1 लाख करोड़ जुटायेगी. अगर ऐसा हुआ तो यह देश का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ होगा. दूसरी तरफ सरकार विदेशी निवेशकों को आईपीओ खरीदने की अनुमति देने पर विचार कर रही है. साथ ही चीन पर नकेल कसने की भी तैयारी है.
चीन को आईपीओ में पैसा लगाने से रोकना चाहती है सरकार
माना जा रहा है कि सरकार चीनी निवेशकों को एलआईसी का आईपीओ खरीदने से रोकेगी. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स से यह जानकारी मिली है. रिपोर्ट के मुताबिक, केंद्र सरकार चीनी निवेशकों को एलआईसी के आईपीओ में पैसा लगाने से रोकना चाहती है. हालांकि अभी यह बात साफ नहीं हुई है कि चीनी निवेशक इसमें निवेश कर सकेंगे या नहीं. इस बारे में अंतिम फैसला लिया जाना बाकी है.
इसे भी पढ़े : BJP नेता हत्याकांड: आरोपी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर एनएच 33 को किया जाम
चीन के निवेश करने से हो सकता है जोखिम
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत सरकार चीनी निवेशकों को एलआईसी के शेयर खरीदने से रोकना चाहती है. सरकार इसके लिए खास योजना भी बना रही है. सरकार का मानना है कि एलआईसी जैसी कंपनियों में चीन द्वारा किया गया निवेश जोखिम पैदा कर सकता है.
गलवान घाटी में झड़प के बाद रिश्ता हुआ खराब
पिछले साल गलवान घाटी में सीमा पर भारतीय जवानों और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई थी. इसमें कई भारतीय जवान शहीद हुए थे. इसके बाद दोनों देशों के बीच का रिश्ता काफी तनावपूर्ण हो चुका है. एक सरकारी अधिकारी ने बताया कि भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद के बीच पहले की तरह कारोबार जारी नहीं रखा जा सकता है. इस घटना के बाद भारत सरकार चीन के साथ सख्त रवैया अपना रही है. कुछ महीने पहले सरकार ने कई चाइनीज एप्स को भारत में प्रतिबंध लगा दिया था.
इसे भी पढ़े : दिशा परमार ने मालदीव में मनाया राहुल वैद्य का बर्थडे, सामने आयी हनीमून की रोमांटिक फोटोज