New Delhi : राजधानी दिल्ली में मंगलवार को बीजेपी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की दो दिवसीय बैठक खत्म हो गई. बैठक के अंतिम दिन पीएम मोदी ने कार्यकारिणी को संबोधित किया. अपने संबोधन से साल 2024 के लोकसभा चुनाव का एजेंडा भी लगभग साफ कर दिया. 400 दिन पहले ही लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी कार्यकर्ताओं और नेताओं को एक्टिव होने को कहा. मोदी ने लोकसभा चुनाव से पहले मुस्लिम समुदायों को लेकर अपने नेताओं को बड़ी नसीहत दी. कहा कि मुसलमानों के खिलाफ बयानबाजी ना करें. हमें बेवजह के बयानों से बचना है.
ईसाई वोट बैंक को लेकर भी संदेश दिया
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमलोग सारा दिन काम करते हैं. वहीं, कुछ लोग हैं जो किसी फिल्म को लेकर बयान दे देते हैं. मोदी ने कार्यकर्ताओं से पसमांदा मुसलमानों, बोहरा मुस्लिमों तक पहुंच बनाने को कहा. ईसाई वोट बैंक को लेकर भी संदेश दिया. कहा कि कोई हमें वोट दे या ना दे, लेकिन सबसे संपर्क बनाएं. कार्यकर्ताओं से कहा कि सभी धर्मों के निचले तबकों से संपर्क बनाएं. लोगों से मिले. इसके लिए कभी चर्च जाएं तो कभी यूनिवर्सिटी जाएं.
गांव-गांव जाना होगा, लोगों से मिलना होगा
पीएम मोदी ने कार्यकर्ताओं से कहा कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को घर-घर पहुंचाएं. हमें आजादी के अमृतकाल को कर्तव्य काल में बदलना है. मोदी ने कार्यकर्ताओं को अभी से काम दे दिया. प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्हें हर दिन अलग-अलग लोगों से मिलना है. इसके साथ ही पीएम ने सीमावर्ती गांवों में संगठन को मजबूत करने पर भी जोर दिया. कहा कि सामाजिक समरसता के लिए हमें गांव-गांव जाना होगा. गांवों में राष्ट्रवाद की भावना को जागृत करना होगा. बीजेपी अब सिर्फ राजनीतिक आंदोलन भर नहीं है. उन्होंने कहा कि पार्टी अब एक सामाजिक संगठन भी है. भारत का सबसे अच्छा युग आ रहा है. ऐसे में हमें इसके विकास के लिए खुद को समर्पित करना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमारे पास सर्वोत्तम काल के साक्षी बनने का मौका है.
2024 के लिए जेपी नड्डा पर जताया भरोसा
बीजेपी ने सर्वसम्मति से पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के कार्यकाल को जून 2024 तक बढ़ाने को मंजूरी दे दी. इससे साफ है कि पार्टी जेपी नड्डा के नेतृत्व में ही 9 राज्यों में विधानसभा चुनाव के साथ ही अगले साल लोकसभा चुनाव लड़ेगी. नड्डा के कार्यकाल को जून 2024 तक बढ़ाए जाने का प्रस्ताव रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रखा, जिसे सभी सदस्यों ने स्वीकार किया. नड्डा का तीन साल का कार्यकाल इसी साल 20 जनवरी को समाप्त हो रहा था. इसके पहले वह जुलाई 2019 में पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए थे. उसके बाद 20 जनवरी 2020 को उन्होंने पूर्णकालिक अध्यक्ष के तौर पर पार्टी की कमान संभाली थी. भाजपा के संविधान के अनुसार राष्ट्रीय अध्यक्ष को लगातार तीन साल के लिए दो कार्यकाल दिए जाने का प्रावधान है.
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