LagatarDesk : दुनियाभर में महंगाई चरम पर है. सभी चीजों के दामों में बेतहाशा वृद्धि हो रही है. जिसकी वजह से महंगाई दर उच्चतम स्तर पर बनी हुई है. इस बीच ग्लोबल रेटिंग एजेंसी मूडीज (Moody’s) ने 2022 के लिए भारत के आर्थिक विकास दर ( India’s Economic Growth) के अनुमान को घटा दिया है. रेटिंग एजेंसी ने जीडीपी ग्रोथ रेट को 7 फीसदी कर दिया. इससे पहले मूडीज ने ग्रोथ रेट 7.7 फीसदी रहने का अनुमान जताया था. (पढ़ें, हिमाचल प्रदेश : वोटिंग शुरू, पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, राहुल गांधी ने जनता से वोट डालने की अपील की)
रेटिंग एजेंसी मूडीज ने दूसरी बार घटाया ग्रोथ रेट अनुमान
बता दें कि मूडीज ने दूसरी बार भारत की आर्थिक विकास दर के अनुमान को घटाया है. इससे पहले मई में मूडीज ने 2022 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर 8.8 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया था. फिर सितंबर में ग्रोथ रेट अनुमान को घटाकर 7.7 फीसदी कर दिया गया. रेटिंग एजेंसी मूडीज ने नवंबर में एक बार फिर आर्थिक विकास दर को घटाकर 7 फीसदी कर दिया. एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि घरेलू स्तर पर बढ़ती ब्याज दरें, उच्च महंगाई दर और धीमी वैश्विक वृद्धि के कारण भारत के आर्थिक विकास दर की रफ्तार पर असर पड़ सकता है.
इसे भी पढ़ें : LIC के मुनाफे में जबरदस्त इजाफा, सितंबर तिमाही में नेट प्रॉफिट 11 गुना बढ़कर 15,952 करोड़ रहा
2023 के लिए जीडीपी ग्रोथ 4.8 फीसदी रहने का अनुमान
मूडीज ने 2023 के लिए भी जीडीपी अनुमान को घटा दिया है. मूडीज के मुताबिक, 2023 में जीडीपी 4.8 फीसदी रहने का अनुमान है. वहीं 2024 में भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट 6.4 फीसदी रह सकती है. रिपोर्ट के मुताबिक महंगाई दर में बढ़ोतरी, सेंट्रल बैंक की सख्त मॉनिटरी पॉलिसी, राजकोषीय चुनौतियों, भू-राजनीतिक बदलाव और वित्तीय बाजार में उतार-चढ़ाव के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था मंदी के कगार पर है. मूडीज ने अपनी रिपोर्ट में कहा 2023 में वैश्विक ग्रोथ रेट धीमा हो जायेगा और 2024 में सुस्त रहेगा.
इसे भी पढ़ें : विदेशी मुद्रा भंडार में 1.09 अरब डॉलर की आयी कमी, गोल्ड रिजर्व भी 70.5 करोड़ डॉलर घटा