Kiriburu : पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा ने सेल के मेघालया गेस्ट हाउस में एटक, इंटक आदि मजदूर संगठनों के नेताओं के साथ बैठक कर सेलकर्मियों और ठेका मजदूरों की समस्याओं को सुना. इसके बाद सेल की किरीबुरु-मेघाहातुबुरु के उप महाप्रबंधक (पीएंडए) अमित विश्वास और सहायक प्रबंधक अजय मिश्र से बातचीत की. मधु कोड़ा ने सेल अधिकारियों को सीधे कहा कि दोनों खदानों में सेलकर्मियों से अधिक ठेका मजदूर कार्यरत हैं, जो गलत है. दोनों खादानों में जल्द स्थायी नियुक्ति करें. इसमें खदान से प्रभावित गांवों व स्थानीय बेरोजगारों के अलावे सेलकर्मियों के आश्रितों को नौकरी में शत प्रतिशत प्राथमिकता दें. नौकरी 15-20 साल से यहां रहने वाले स्थानीय को दें. उसका आधार कार्ड भी यहां का हो.
ठेकेदार शोषण बंद करें ठेका मजदूरों का
उन्होंने कहा कि ठेकेदार ठेका मजदूरों का शोषण बंद करें. प्रबंधन, ठेकेदार व मजदूर प्रतिनिधि के साथ बैठक कर इस समस्या का समाधान किया जाए. प्राईवेट चालक स्किल्ड श्रेणी में आते हैं. उन्हें अन स्किल्ड का पैसा दिया जा रहा है, जो गलत है. सेलकर्मियों का जर्जर आवास, सेल अस्पताल की चिकित्सा सुविधा में सुधार, शुद्ध पेयजल, टाउनशिप की जर्जर सड़कों का निर्माण, सिवरेज व ड्रेनेज सिस्टम में सुधार, स्वच्छता, मनोरंजन के संसाधन आदि जल्द ठीक करें. वे बहाली, सेलकर्मियों व ठेका मजदूरों की समस्याओं को लेकर इसी महीने सेल के चेयरमैन से मुलाकात करेंगे. मधु कोडा़ ने कहा कि डीएमएफटी की 75 फीसदी राशि खदानों से प्रभावित गांवों व लोगों के सम्पूर्ण विकास पर खर्च होना चाहिए.
शोषण बंद करने पर बात हो रही है : डीजीएम
इस मामले में सेल अधिकारी डीएजीएम अमित विश्वास ने कहा कि ठेका मजदूरों का शोषण बंद करने हेतु ठेकेदारों व अधिकारियों से बात हो रही है. मजदूरों को कहा जा रहा है कि वे पैसा ठेकेदारों को नहीं दें. पैसे के मामले को लेकर मजदूरों को हटाने नहीं दिया जाएगा. टाउनशिप व सेल आवासों की स्थिति में सुधार होगा. बहाली की प्रक्रिया हेतु उच्च अधिकारियों को कहा गया है. बैठक में दीपक विश्वकर्मा, करनेश जेराई, धीरज केरकेट्टा, जयपाल पूर्ति, ढेले मुंडा, बीरबल गुड़िया, सोनाराम गोप, कामदेव मिश्रा, सूरज सिंह, प्रभात पंडा, जगमोहन सामड, बासु हेस्सा, दिलीप झा आदि मजदूर नेता उपस्थित थे.