Ranchi : बीते साल जून माह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रांची जिला प्रशासन को निर्देश दिया था कि राजधानी के प्रमुख डैमों के आसपास हो रहे अतिक्रमण को रोकें. इसके बाद से ही रांची प्रशासन ने कांके और गेतलसूद के अलावा बड़ा तालाब, हिनू नदी, रूक्का और हटिया डैम के आसपास अतिक्रमण कर रह रहे लोगों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दिया है. मिली जानकारी के मुताबिक अभी तक करीब 250 से अधिक घरों को चिन्हित कर मकान मालिकों को नोटिस भेजा गया है. नोटिस करीब दो माह पहले ही भेजा गया है. इसमें से कांके डैम के आसपास अतिक्रमण कर बनाये झुग्गी-झोपड़ी को हटाने की पहल रांची नगर निगम ने की है. बता दें कि सीएम के आदेश के बाद हाईकोर्ट ने भी अपने निर्देश में शहर के डैमों को अतिक्रमण मुक्त करने का निर्देश दिया है. वहीं पेयजल मंत्री मिथेलश ठाकुर ने भी कहा है कि जिला प्रशासन जल संसाधन और पेयजल विभाग के साथ तालमेल बैठाकर संयुक्त रूप से डैमों को संरक्षित करने की पहल करें.
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जानियें, किस डैम के आसपास कितने लोगों ने किया अतिक्रमण
डैमों के आसपास अतिक्रमण कर बनाये घरों में सबसे अधिक संख्या कांके डैम के आसपास की है. यहां पर कुल 90 लोगों को नोटिस भेजा गया है. इसमें से करीब दो दर्जनों पर कार्रवाई भी की गयी है. इसके अलावा हिनू नदी के आसपास के कुल 82, गेतलसूद डैम के आसपास के 14, बड़ा तालाब के आसपास के 43 घरों को चिन्हित करके नोटिस भेजा गया है. वहीं हटिया डैम के आसपास 67 लोगों ने अतिक्रमण कर ऱखा है. इसमें से प्रशासन ने कुल 19 घरों को नोटिस भेजा है.
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रांची डीसी खुद बैठककर कर रहे मॉनिटरिंग
इन डैमों को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए रांची डीसी छवि रंजन लगातार बैठक कर मॉनिटरिंग कर रहे हैं. कांके, गेतलसूद, बड़ा तालाब, हटिया डैम के आसपास के क्षेत्र में सीमांकन एवं सर्वें का काम पूरा हो चुका है. हालांकि सीमांकन कराने गये प्रशासनिक कर्मियों को स्थानीय लोगों का विरोध भी झेलना पड़ा है. बता दें कि बीते दिनों जब हटिया डैम के आसपास जब जिला प्रशासन के अधिकारी हटिया डैम सीमांकन करने पहुंचे थे, तब लोगों ने भारी विरोध किया. वहीं कांके डैम के आसपास के इलाके को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए आरएमसी ने भी बड़ी कार्रवाई की हुई है. कई अवैध झुग्गी-झोपड़ी को निगम द्वारा तोड़ा गया है.
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रूक्का जल संसधान और गोंदा व हटिया डैम पेयजल विभाग के है अधीन
मिथिलेश ठाकुर ने दोनों विभागों को मिलकर अभियान चलाने का निर्देश इसलिए दिया है, क्योंकि रूक्का डैम फिलहाल जल संसाधन विभाग के अधीन है, जबकि गोंदा व हटिया डैम पेयजल विभाग के अधीन है. इन डैमों के आसपास के अतिक्रमित एरिया को चिन्हित कर प्रशासन व दोनों विभागों द्वारा मिलकर कंटीले तार से घेराबंदी किया जाएगा. बता दें कि डैम की जमीन अतिक्रमण होने से कैचमेट एरिया को नुकसान हो रहा है. इससे डूबा क्षेत्र कम हो रहा है. वही डैमों में जलस्तर भी प्रभावित हो रहा है. इसको देखते हुए खुद मुख्यमंत्री और विभागीय मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने रांची जिला प्रशासन और संबंधित विभागों को ज्वाइंट कारवाई करते हुए अतिक्रमण मुक्त करने का निर्देश दिया है.
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