Ranchi: नाबालिग लड़की के साथ शारीरिक और मानसिक शोषण का मामला दिल्ली तक पहुंच गया है. सांसद संजय सेठ ने बुधवार को आरपीएफ डीजी अरुण कुमार से बात कर आरपीएफ अधिकारी मो साकिब को निलंबित कर दोषी पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है. डीजी ने सांसद को आश्वस्त किया है कि यह बहुत ही गंभीर मामला है. इसमें जांच चल रही है. जो भी दोषी होंगे बचेंगे नहीं. लड़की को न्याय दिलाने को लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा.
कहा कि लड़की का बयान जैसे ही चुटिया थाना में दर्ज होगा. आरपीएफ अफसर पर कार्रवाई शुरू हो जाएगी. आरपीएफ अधिकारी मो साकिब का तर्क भी संदेहास्पद है. इसने लिखित रूप से यह जानकारी दी है कि उसके घर में नाबालिग लड़की काम करती है. नाबालिग के साथ शारीरिक शोषण होता रहा है. सारे तथ्यों की जांच होगी.
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बाल आयोग तक पहुंचा मामला
यह मामला दिल्ली स्थित राष्ट्रीय बाल अधिकार आयोग तक पहुंच गया है. साथ ही झारखंड से जुड़े बच्चों के हित मे कार्य करने वाले संस्थाओं ने आयोग को सारे तथ्य और पूरी घटनाक्रम से अवगत भी करा दिया है. उम्मीद है कल आयोग पूरे मामले में संज्ञान ले कर राज्य सरकार से कार्रवाई करने को कहेगी.
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राज्य बाल अधिकार आयोग की पूर्व अध्यक्ष आरती कुजूर ने कहा है कि ये बच्चे का मामला अब रेलवे का नही रहा. अब मामला राज्य सरकार और सीडब्ल्यूसी रांची के अधीन चला गया है. दोषी आरपीएफ अधिकारी और आरोपी जवान पर त्वरित करवाई को लेकर आदिवासी संगठन भी गोलबंद हो रहे हैं. केंद्रीय सरना समिति के नेतृत्व ने भी मामले पर कार्रवाई की मांग की है.
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