Ranchi : रांची में निजी स्कूल लगातार शुल्क में बढ़ोतरी कर रहे हैं और इसे लेकर मनमानी भी कर रहे हैं. इसी मुद्दे को लेकर रांची के सांसद संजय सेठ ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखा है. पत्र में सांसद ने कहा है कि कोरोना संक्रमण काल में हर नागरिक की जीवनचर्या प्रभावित हुई है. बहुत बड़ी संख्या में ऐसे परिवार हैं, जो आर्थिक रूप से कमजोर हुए हैं. इन सभी परिस्थितियों में शिक्षा एक ऐसी चीज है, जिसे कोई भी परिवार दरकिनार नहीं कर सकता. शिक्षा हर परिवार की आवश्यक जरूरतों में शामिल है. उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में प्रतिदिन निजी स्कूलों द्वारा बढ़ाए गए शुल्क और अन्य मामलों को लेकर काफी अभिभावक परेशान हैं.
बीते साल 2020 में जबसे कोरोना का संक्रमण काल आया है, स्कूल बंद हैं. बच्चों की ऑनलाइन क्लासेस हो रही है. क्लास ऑनलाइन होने के बावजूद बच्चों से पूरी फीस ली जा रही है. वार्षिक शुल्क के साथ अन्य शुल्क भी लिया जा रहा है. इतना ही नहीं ऐसे समय में कई स्कूलों ने तो अपना शुल्क भी बढ़ा दिया है.
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निजी स्कूलों का व्यवहार दुखद और चिंतनीय
इस विषम परिस्थिति में निजी स्कूलों द्वारा यह व्यवहार बेहद दुखद और चिंतनीय है. रांची सहित पूरे झारखंड के बच्चों और अभिभावकों के हित को देखते हुए इस विषय पर कठोर निर्णय लेने की आवश्यकता है. ऐसे सभी निजी विद्यालयों के खिलाफ कार्रवाई हो, ताकि विद्यालय बच्चों और अभिभावकों का आर्थिक शोषण नहीं कर सकें.
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स्कूलों से समन्वय बनाकर शुल्क मामले में अभिभावकों को दिलाए राहत
उन्होंने पत्र के माध्यम से मुख्यमंत्री से कहा कि आपसी समन्वय के साथ ऐसी व्यवस्था बनाई जाए, जिससे बच्चों की शिक्षा भी जारी रहे और विद्यालय संचालन भी सुचारू रूप से हो सके. इस दिशा में विद्यालय प्रबंधन, प्रशासनिक अधिकारियों, जनप्रतिनिधियों और अभिभावकों की एक समन्वय समिति बनाकर भी इस समस्या का समाधान निकाला जा सकता है. सेठ ने विश्वास जताया है कि इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर जनहित में मुख्यमंत्री आवश्यक कदम उठाएंगे.
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