NewDelhi : उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत की सोफे पर एक साथ बैठे होने की तस्वीर सामने आने से राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गयी है. यूपी विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुलायम सिंह यादव और मोहन भागवत की एक साथ होने की तस्वीर को लेकर कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी पर हल्ला बोल दिया है. कांग्रेस ने तंज कसते हुए कहा कि नयी सपा में स का मतलब संघवाद है.
“नई सपा” में ‘स’ का मतलब ‘संघवाद’ है? pic.twitter.com/7qlUsDP9X9
— UP Congress (@INCUttarPradesh) December 20, 2021
सोमवार को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू की पोती की शादी थी
बता दें कि सोमवार को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू की पोती की शादी समारोह में संघ प्रमुख मोहन भागवत और सपा के संरक्षक और पूर्व सीएम मुलायम सिंह यादव की मुलाकात हुई. फिर तस्वीर सामने आयी कि दोनों नेता एक ही सोफे पर बैठे हैं.सोमवार को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू की पोती के शादी समारोह में देश की सभी राजनीतिक चेहरे शामिल हुए.
इसी कार्यक्रम में संघ प्रमुख से राजस्थान के बीकानेर से भाजपा सांसद और संसदीय कार्य एवं संस्कृति राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल हाथ मिलाते नजर आये. बगल में मुलायम सिंह सपा की लाल टोपी पहने हुए बैठे थे.
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कांग्रेस ने सपा का नाता संघवाद से जोड़ दिया
मोहन भागवत और मुलायम सिंह की यह मुलाकात भले ही एक वैवाहिक समारोह में एक सामान्य मुलाकात मानी जा रही हो, लेकिन अलग-अलग विचारधाराओं से जुड़ी इन हस्तियों की साथ में तस्वीर से सियासी तापमान गर्म हो गया है. यूपी कांग्रेस ने अखिलेश यादव के नये नारे नयी सपा पर तंज कसते हुए मुलायम-भागवत की तस्वीर के बहाने सपा का नाता संघवाद से जोड़ दिया.
कांग्रेस ने मुस्लिम वोटों को साधने का दांव चल दिया
यूपी चुनाव को लेकर इन दिनों सपा प्रमुख अखिलेश यादव भाजपा के साथ-साथ आरएसएस पर भी हमला कर रहे है. ऐसे में मुलायम सिंह यादव की संघ प्रमुख के साथ तस्वीर आने पर अखिलेश घिर गये हैं.
चर्चा है कि कांग्रेस ने सपा से संघ से जोड़कर मुस्लिम वोटों को साधने का दांव चल दिया है, क्योंकि राज्य में इस बार मुस्लिमों का झुकाव अखिलेश यादव की तरफ दिख रहा है. ऐसे में कांग्रेस ने इसे सियासी हथियार बनाते हुए सपा को घेरना शुरू कर दिया है.