NewDelhi : नौसेना कमांडरों की बैठक आज पहली बार भारत के प्रथम स्वदेशी एयरक्राफ्ट कैरियर INS विक्रांत पर होगी. बैठक समुद्र के बीचोबीच होने की जानकारी सामने आयी है. खबरों के अनुसार रक्षामंत्री राजनाथ सिंह नौसेना के टॉप कमांडरों के साथ देश की सुरक्षा और सैन्य रणनीति को लेकर चर्चा करेंगे. 45 हजार टन वजनी INS विक्रांत भारत में बना सबसे बड़ा वॉरशिप है. इस सबसे बड़े युद्धपोत में 1600 क्रू, 30 विमान हो सकते हैं तैनात यह INS विक्रमादित्य के बाद देश का दूसरा एयरक्राफ्ट कैरियर है. विक्रमादित्य को रूसी प्लेटफॉर्म पर तैयार किया गया था.
Tomorrow, 6th March, I shall be reaching Goa to attend the Naval Commanders’ Conference.
Shall address the Naval Commanders onboard India’s first indigenous aircraft carrier, @IN_R11Vikrant, on the conference’s opening day. Look forward to it. https://t.co/6EJy3TRePt pic.twitter.com/pnOUWsJGDR— Rajnath Singh (@rajnathsingh) March 5, 2023
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चीन की बढ़ती एक्टिविटी पर भी चर्चा हो सकती है
आज हो रही बैठक में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) अनिल चौहान, आर्मी चीफ जनरल मनोज पांडे और एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी भी नौसेना के कमांडरों के साथ बातचीत में शामिल रहेंगे. बैठक में पिछले 6 माह में किये गये ऑपरेशन, लॉजिस्टिक, ट्रेनिंग, और भविष्य की योजनाओं पर मंथन होगा. सूत्रों के अनुसार हिंद महासागर में चीन की बढ़ती एक्टिविटी पर भी चर्चा हो सकती है.
बैठक में अग्निपथ योजना को लेकर भी चर्चा की जायागी. यह जानकारी नौसेना ने रविवार को बयान जारी कर दी है. बता दें कि मार्च के अंत में अग्निवीरों का पहला बैच INS चिल्का से पास आउट होने वाला है. इसमें महिला अग्निवीर भी शामिल हैं.
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2015 में INS विक्रमादित्य पर पीएम मोदी की कांफ्रेंस हुई थी
याद करें कि प्रधानमंत्री मोदी ने 16 दिसंबर 2015 को INS विक्रमादित्य पर संयुक्त कमांडर्स कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया था. यह पहली बार था कि रक्षामंत्री और तीनों सेनाओं के चीफ सहित टॉप कमांडरों की यह बैठक दिल्ली से बाहर समुद्र में आयोजित हुई थी. बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी शामिल हुए थे.