Nawada: बिहार के नवादा से बड़ी खबर सामने आई है. नवादा से आई ये तस्वीर वहां के स्वास्थ्य व्यवस्था की पोल खोलती नजर आ रही है. रजौली स्वास्थ्य केंद्र में 25 महिलाओं का बंध्याकरण किया गया. जिसके बाद महिलाओं को बेड देने के बजाय उन्हें ठंड में जमीन पर ही छोड़ दिया गया. अस्पताल में कुल 25 महिलाओं का बंध्याकरण हुआ जिसमें से 12 लोगों को बेड नहीं मिला. मरीज के परिजन ने बताया कि ऑपरेशन के बाद स्वास्थ्य केंद्र के एक कमरे में सबको फर्श पर ही लेटने के लिए कह दिया गया. लोगों का यह भी कहना था कि ऑपरेशन के बाद इनकी देखरेख के लिए स्वास्थ्य केंद्र का एक भी कर्मी उपस्थित नहीं था. एक घंटे बिना किसी स्टाफ के अस्पताल में मरीजों को छोड़ दिया गया था. स्वास्थ्य केंद्र में इस तरह की लापरवाही से लोग नाराज दिखे.
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मामले में डॉ. श्याम नंदन ने बताया कि 25 महिलाओं का ऑपरेशन किया गया था. ड्यूटी के बाद वह सीधा अपने रूम पर चले गए. अचानक उन्हें आठ बजे फोन आया कि कोई डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं आया है. मरीजों की संख्या बढ़ गई है और लोगों को परेशानी हो रही है. रोस्टर के अनुसार आठ बजे रात में डॉक्टर सतीश कुमार चंद्रा की ड्यूटी थी लेकिन वह नहीं आए थे. इसके बाद उन्हें ही दोबारा अस्पताल आना पड़ा.
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