Ranchi : चान्हो में नाबालिग के साथ दुष्कर्म की घटना को लेकर बीजेपी ने सरकार पर हमला बोला है. पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष गंगोत्री कुजूर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि इस सरकार के 2 वर्ष के कार्यकाल में दुष्कर्म, उत्पीड़न और हत्या मामलों में राज्य रोज नया रिकॉर्ड बना रहा है. दुष्कर्म की यह घटना राज्य सरकार की पुलिसिया तंत्र की पोल खोलती है. उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार बनने से लेकर अक्टूबर 2021 तक बलात्कार की 3152 घटनाएं घटी है. साथ ही महिलाओं पर अत्याचार और हत्याएं भी हुईं. इसी सरकार में दारोगा रूपा तिर्की की मौत हुई. कांग्रेस विधायक ने महिला के खिलाफ अभद्र टिप्पणी की. एसडीपीओ ने अपनी पत्नी को प्रताड़ित किया. लातेहार में महिला स्वास्थ्यकर्मी का अपहरण, सिमडेगा मॉब लिंचिंग के शिकार संजू की पत्नी की कोख पुलिस के सामने उजाड़ी गयी. डायन बिसाही के नाम पर झरियो देवी को जला दिया गया. इन घटनाओं से राज्य की बेटियों में भय का माहौल पैदा हुआ है.
सत्ता पक्ष के लोगों ने नहीं दिखायी सहानुभूति
उन्होंने स्थानीय विधायक और कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी वह पीड़िता और उसके परिजनों से मिलने नहीं गये. बात-बात में ट्वीट करने वाले मुख्यमंत्री और सत्ता में बैठे लोगों ने भी इस अमानवीय घटना को लेकर कोई सहानुभूति नहीं दिखायी.
जुवेनाइल जस्टिस एक्ट का किया गया उल्लंघन : आरती कुजूर
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद बीजेपी एसटी मोर्चा की प्रदेश अध्यक्ष आरती कुजूर ने कहा कि नाबालिग आदिवासी बच्ची के अपहरण और दुष्कर्म मामले में जेजे एक्ट का पालन करने में भी पुलिस विफल रही. बच्ची को 11 बजे से लेकर शाम 7 बजे तक थाने में बैठा कर रखना जेजे एक्ट का उल्लंघन है. उन्होंने पुलिस- प्रशासन से सवाल पूछा कि क्या थाना चाइल्ड फ्रेंन्ड्ली था? क्या थाना में चाइल्ड फ्रेंडली पुलिस थी? क्या उसके साथ एनजीओ के लोग थे? क्या महिला काउंसलर थी? क्या बाल कल्याण समिति को सूचित किया गया था? इन सभी नियम का उल्लंघन किया गया था. उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाओं को महिला आयोग और बाल संरक्षण आयोग अपने संज्ञान में लेता है, लेकिन राज्य सरकार ने न ही बाल संरक्षण आयोग का गठन किया है और न ही महिला आयोग का.
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